Friday, September 14, 2012

मैथिल ब्रहमण के किनार लगैलक भाजपा कीर्ति कयलनि सोनिया सॅ भेंट (रिपोर्ट नवेंदु कुमार झा )



 कोयला आवंटनाक मामिला मे संसदक मानसून सत्रक हंगामाक मध्य दरभंगाक भाजपा सांसद कीर्ति आजादक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधीक संग भेल भेट सॅ प्रदेश भाजपाक कान ठाढ़ भऽ गेल अछि। श्री आजादक पिता स्व0 भागवत झा आजाद कांग्रेसक सम्मानित नेता छलाह आ प्रदेशक मुख्यमंत्रीक रूप मे सेहो हुनका कांग्रेस अवसर देने छल। कीर्ति आजाद एहि भेटक बाद भने सफाई दऽ रहल होथि मुदा एहि भेटक किछु नहि किछु राजनीतिक चालि मानक जा रहल अछि। ओना ओ समाजवादी पार्टी आ तृणमुल कांगेसक अध्यक्ष सॅ सेहो भेट कएने छलाह। मुदा एहि पर ककरो ध्यान नहि गेल छल। कांग्रेस अध्यक्ष सॅ भेटक बाद हुनक पार्टी बदलबाक चर्चा पर ओ सफाई देलनि जे पार्टी कि किछु नेता हुनक विरूद्ध ई अफवाह पसारि रहल छथि।
     दरअसल प्रदेशक राजनीति मे कतियाएल मैथिल ब्राहमण नेता अपन अस्तित्व बचैबाक लेल संघर्ष कऽ रहल छथि। राजनीतिक हैसियत कम भेलाक कारण भाजपा सेहो एहि समाजक उपेक्षा कऽ रहल अछि। पूर्व मे कांग्रेस-राजद गठबंधनक बाद ई समाज भाजपाक पक्ष मे गोलबंद भेल आ लोक सभा आ विधान सभाक चुनाव मे राजगक सर्मािन मे आगा आयल। राजगक घटक भाजपाक प्रति मैथिल ब्रहमणक विशेष रूप् झुकाव भेल। मुदा पार्टी एहि समाजक भेटल समर्थन के समाजक मजबुरी बुझि एकर उपेक्षा कऽ रहल अछि तऽ एहि समाजक नेता सेहो आब दबाव बन बऽ लगलाह अछि। भाजपाक प्रति भऽ रहल मोहभंग पर ओकर सहयोगी नजरि गड़ौने अछि आ एहि दिस ओकरा सफलता सेहो भेटल। भाजपा मे उचकद वला नेता मानल जाय वला संजय झा के द लमे सम्मिलित करा पार्टी के झटका सेहो देलक अछि। आब जदयूक नजरि बिहार विधान परिषद्क सभापति ताराकान्त झा दिस अछि। हालहि मे श्री झा द्वारा शिक्षक नियोजनक चलि रहल प्रक्रिया मे मैथिली शिक्षकक नियोजनक मांग उठाओल गेल छल आ एहि दिस सक्रिय भऽ सरकार मैथिली शिक्षकक नियोजन घोषणा कऽ हुनक मिथिलांचल मे अपन पकड़ बनैबाक संकेत देलक अछि। भाजपा जतय ताराकांत झा के सभापति रहैत विधान परिषद्क टिकट सॅ वंचित कयलक ओतहि विधानसभाक उपाध्यक्षक प्रबल दावेदार विजय कुमार मिश्रा आ विनोद नारायण झा के कतिया देलक। हालांकि विनोद नारायण झा के मंत्री स्तरक पदक लालीपॉप दऽ हुनक नाराजगी कम करबाक प्रयास कयलक अछि।
     बिहार विधानसभाक चुनावक दरमियान भाजपा पहिने टिकटक बॅटवारा मे मैथिल ब्रहमण के कात लगा देलक आ आब सत्ता मे भागीदारीक बाट सेहो रोकि रहल अछि। एहि स्थिति मे समाजक सक्रिय नेता मे असंतोष होयब स्वाभाविक अछि। कीर्ति आजादक सोनिया गांधी सॅ भेल भेट के असंतोषक जड़ि रहल आगिक धुंआं मानल जा सकैत अछि। असल मे राजनीति ताकतक पूछ होइत अछि। ओ चाहे समाजक ताकतओ अथवा अपन व्यक्तिगत ताकत आ हैसियत। सब सॅ पैघ विडम्बना ई अछि जे मैथिल समाज एकजूट भऽ अपन राजनैतिक हैसियत नहि देखबैत अछि। एहि समाज के एकठाम राखब आ बेंक के तराजु पर तौलब बरोबरि अछि। एहि स्थितिक लाभ भाजपा पूरा तरहें उठा रहल अछि। संगठन आ सत्ता दूनू मे मैथिल ब्राहमणक उपेक्षा कऽ आधारविहीन मैथिल ब्राहमण नेता के आगो आनि भाजपा अपन चेहरा बचा रहल अछि।

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