Saturday, November 10, 2012

प्राज्ञ रमेश रञ्जन झाद्वारा लिखित मैथिली भाषाक नाटक मुर्दाक विमोचन समारोह (रिपोर्ट) सुजीत कुमार झा


मैथिली विकास कोषद्वारा प्रकाशित ओ पुस्तककेँ होटल सीता प्यालेसमे सोमदिन भोरमे नेपालक चर्चित लेखक डा. अभि सुवेदी विमोचन केलनि, कोषक अध्यक्ष जीवनाथ चौधरी जानकारी देलन्हि अछि ।
रमेश रञ्जनक एहि सँ पूर्व संगोर उपन्यासक अतिरिक्त रत्तवर्षा कविता संग्रह प्रकाशित अछि ।

नेपाल संगीत तथा नाट्य प्रतिष्ठानक प्राज्ञ रहल रमेश रञ्जन साहित्यक अधिकांश क्षेत्रमे कलम चलबैत छथि ।

बैरियर के तोड़त ?

प्राज्ञ रमेश रञ्जन झाद्वारा लिखित मैथिली भाषाक नाटक मुर्दाक विमोचन समारोहमे प्रमुख अतिथिक आसन सँ बजैत नेपाली भाषाक चर्चित लेखक डा. अभि सुवेदी मैथिलीक लेल बहुत रास बैरियर लागल अछि, ओकरा तोड़ने विना एकर सहज विकास होबए नहि सकत उल्लेख कएलन्हि अछि ।
डा. सुवेदी त्रिभुवन विश्व विद्यालयमे अंग्रेजी विषयक शिक्षक छथि । देश विदेशक प्रमुख पत्रिकासभमे हुनकर लेख प्रकाशित होइत रहैत अछि । अर्थात ओ बहुत अनुभवी लोक छथि । हुनकर अनुमान गलत नहि भऽ सकैत अछि ।
कारण नेपालमे सभ सँ बेसी बाजए बला दोसर भाषा मैथिली अछि । नेपाल भारतक मैथिली भाषीक संख्या ५ करोड़ सँ बेसी अछि । एकर बादो मैथिलीक विकास नहि भऽ रहल अछि । एखनो मैथिली भाषी अपन स्वर्णीम इतिहासेकेँ गुणगान करैत अछि ।
नेपालमे संविधानक संग संघीयताक बात उठैत अछि तऽ सभ सँ बेसी विरोध मिथिलेकेँ नामपर होइत अछि । फेर एकर विरोध कोनो अन्य लोक नहि अपनाकेँ मधेशी कहएबला मैथिलीसभ करैत छथि ।
अर्थात सभ सँ बडका बैरियर मैथिलीसभ स्वयं छथि जेना लगैत अछि ।
हुनकासभकेँ बुझौने आगा नहि बढल जा सकैत अछि । तहिना राजनीतिक दलकेँ कोना मिथिला मैथिलीक प्रमुख मुद्दा बनैक ताहिकेँ लेल काज करय पड़त ।
तहिना मैथिली भाषा, साहित्य, कला, संस्कृतिक विकासक लेल निजि स्तर सँ सेहो प्रयास होएब आवश्यक अछि ।
किछु वर्ष इम्हर काज तऽ भेल अछि । जेना पुस्तक प्रकाशन बढव, लेखकद्वारा मात्र नहि कोनो संस्थाद्वारा सेहो पुस्तक प्रकाशन होएब, मैथिली भाषामे निमन्त्रण कार्ड मात्र नहि पत्रपत्रिका सेहो प्रकाशित होएब, देशक दर्जनो रेडियो एफएममे मैथिली भाषाक कार्यक्रम आ समाचार प्रशारण भऽ रहल अछि ।
बैरियर जे अछि ओ टुटत तऽ मैथिलीक विकासकेँ किओ नहि रोकि सकैत अछि । ई बैरियर तोड़ए लेल सम्पूर्ण मैथिलीक चर्चित युवा साहित्यकार रमेश रञ्जन झाक नयाँ कृति ‘मुर्दा’नाटककेँ सोमदिन विमोचन ।

मैथिलकेँ एक बेर संकल्प लेबहे पड़त ।
रमेश रञ्जन झाद्वारा लिखित मैथिली भाषाक नाटक ‘मुर्दा’क सोमदिन एक समारोह बीच विमोचन कार्यक्रम सम्पन्न भेल अछि ।
नेपाली भाषाक चर्चित लेखक डा. अभि सुवेदी जनकपुरक रामानन्द चौक स्थित सीता प्यालेस होटलमे विमोचन कएलन्हि अछि ।
ओ नाटकक प्रकाशक मैथिली विकास कोष रहल अछि ।
नेपाल संगीत तथा नाट्य प्रतिष्ठानक प्राज्ञ सेहो रहल रमेश रञ्जनक ई तेसर कृति रहल अछि । एहि सँ पूर्व ‘संगोर’ उपन्यास आ रक्तवर्षा कविता संग्रह प्रकाशित अछि ।
रामानन्द युवा क्लवद्वारा प्रकाशित कथा यात्राक सम्पादन सेहो रमेश कएने छथि ।
मैथिली विकास कोषक अध्यक्ष जीवनाथ चौधरीक अध्यक्षतामे भेल विमोचन समारोहमे वक्तासभ मैथिली साहित्यक विकासक लेल प्रकाशन कार्यपर जोड़ देबए सुझाव देलन्हि । नेपालक धर्तीपर मैथिली नाटकक स्वर्णीम इतिहास भेलाक बादो दू दर्जन सँ बेसी मैथिली नाटक प्रकाशन नहि होएब दुःखक बात रहल हुनक सभक कथन छल ।
कार्यक्रममे नेपाली भाषाक चर्चित लेखक डा. अभि सुवेदी मैथिलीक लेल बहुतरास बैरीयरसभ लागल अछि ओकरा तोडने विना एकर सहज विकास होबए नहि सकत उल्लेख कएलन्हि ।
मैथिली भाषाक लेखकसभ बहुत प्रतिभावानसभ होइतो अवसरकेँ अभावमे बहुत काज होबए नहि सकल हुनक कथन छल ।
नेपाली आ मैथिली भाषाक सम्बन्धक विषयमे चर्चा करैत ओ कहलन्हि दुनू भाषाक साहित्यकारसभकेँ मिलि कऽ आगा बढए पड़त ।
समारोहमे मैथिलीक वरिष्ठ साहित्यकार डा. राजेन्द्र विमल रमेशक नाटक मुर्दाक चर्चाक करैत मैथिलीक लेल एकटा महत्वपूर्ण पुस्तक बनल उल्लेख कएलन्हि अछि ।
मैथिली भाषाक पुस्तक प्रकाशनक संख्यामे वृद्धि भेल प्रति प्रशन्नता व्यक्त करैत डा. विमल कहलन्हि एतबे पर्याप्त नहि अछि, फेर व्यावसायिक रुप सँ कोना मैथिलीक पुस्तक सभ निकलैक ताहि पर सभकेँ ध्यान देबए पड़त ।
नेकपा एमालेक पोलिटव्यूरो सदस्य रामचन्द्र झा रमेश रञ्जनक साहित्य यात्राकेँ प्रशंसा करैत अपनो कृति जल्दिए प्रकाशन करब घोषणा कएलन्हि ।

No comments:

Post a Comment