Saturday, December 1, 2012

विद्यापति पुरस्कारक घोषणा- दू लाखक पुरस्कार रामभरोस कापडि भ्रमरके

विद्यापति पुरस्कारक घोषणा
दू लाखक पुरस्कार रामभरोस कापडि भ्रमरके


विद्यापति स्मृति दिवसक अवसरपर सरकारद्धारा गठित विद्यापति पुरस्कार कोष सोमदिन पुरस्कारसभक घोषणा कएलक अछि ।
घोषीत उक्त पुरस्कारसभमे सभ स महत्वपूर्ण पुरस्कार दू लाख टाकाक एकटा आ एक एक लाखक चारिटा पुरस्कार रहल अछि । दू लाख टाकाक नेपाल विद्यापति मैथिली भाषा साहित्य पुरस्कार नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक प्राज्ञ एवं संस्कृति विभाग प्रमुख प्राज्ञ राम भरोस कापडि भ्रमरके देवाक निर्णय कएल गेल अछि । तहिना मैथिली कला संस्कृति पुरस्कार मैथिलीक नाटककार महेन्द्र मलंगियाके, मैथिली अनुसंधान पुरस्कार डा. योगेन्द्र प्रसाद यादवके, मैथिली अनुवाद पुरस्कार पंडित सूर्यकान्त झा आ मैथिली पाण्डुलिपी पुरस्कार विराटनगरक राम नारायण सुधाकरके देवाक निर्णय कएल गेल अछि ।


रामभरोस कापडि ‘भ्रमर’

जन्म        ः    २००८ साल, साओन, बधचौडा, जि. धनुषा
शिक्षा        ः    एम.ए. (त्रि.वि.वि.) पी. एच. डी. (मानद)
सम्प्रति        ः    सदस्य, प्राज्ञ परिषद्, नेपाल प्रज्ञा–प्रतिष्ठान, कमलादी
                           
प्रकाशित कृति
काव्य        ः    बन्न कोठरी औनाइत धुंवा (कवितासंग्रह) ः २०२९ साल, नहि, आब नहि (दीर्घकविता)     २०३६ साल, मोमक पधलैत अधर (गीत, गजल), अप्पन अनचिन्हार (कवितासंग्रह) ः     १९९० ई., भयो अब भयो (अनुवाद) बस अब नही  (हिन्दी अनुवाद) । 
कथासंग्रह    ः    तोरासंगे जएबौ रे कुजवा (कथासङ्ग्रह) १९८४ ई., हुगली ऊपर बहैत गंगा
    (कथासङ्ग्रह) २०६५ ।
उपन्यास     ः   घरमुहाँ २०६९ ।
नाटक        ः    रानी चन्द्रवती ः २०४५ साल, एकटा आओर वसन्त ः २०५२ साल, महिषासुर मुर्दावाद     एवं अन्य नाटक ः २०५४ साल, भ्रमरका उत्कृष्ट नाटकहरू (नेपाली अनुवाद) २०६४     भैया अएलै अपन सोराज (नाटक) २०६७ ।
शोध        ः    जनकपुरधाम र यस क्षेत्रका सांस्कृतिक सम्पदाहरू ः २०५६ साल, राजकमलक     कथासाहित्यमे नारी ः २०६४ साल, लोकनाट्य ः जट–जटिन ः २०६४ ः ऋगतिगचब ि    ज्भचष्तबनभ या व्बलबपउगच ः २०६२ साल । मैथिली लोकसंस्कृति (आलेख संग्रह)     २०६६ । तराईको फांट देखि हिमालको कांख सम्म (आलेख संग्रह), प्रकाशकः साझा     प्रकाशन, २०६७ ।
विविध        ः    आजको धनुषा ः २०३९ साल, जनकपुर लोकचित्र ः २०४६ साल । समयको अन्तराल     पछ्याउदै(आलेख संग्रह, २०६६ साल) ठेकान पर (विचार संग्रह), समय–सन्दर्भ (निबन्ध     संग्रह) २०६८ ।
सम्पादन        ः    मैथिली पद्यसङ्ग्रह ः (नेपाल राजकीय प्रज्ञाप्रतिष्ठान) ः २०५१ साल, लाबाक धान
    (कवितासङ्ग्रह) २०५१ साल, त्रिशूली (स्व. माथुरद्वारा लिखित खण्डकाव्य) २०४९ साल,     नेपालक मैथिली पत्रकारिता ः २०४४ साल, मैथिली लोकनृत्य ः भावभंगिमा एवं स्वरूप     (नेपाल राजकीय प्रज्ञा प्रतिष्ठान) २०६१, अन्तराष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन आ नेपाल ः     २०६५     साल, हम और तुम (हिन्दी कवितासंग्रह) ः २०६६ साल । मैथिली नाटक–संग्रह
    (नाटक     संग्रह) २०६७, महाकवि विद्यापति आ नेपाल(निबन्ध संग्रह) २०६८, मैथिली लोक     संस्कृति संगोष्ठी प्रतिवेदन,२०६९,लोकनायक सलहेस (निबन्ध संग्रह) २०६९ ।
सम्मान        ः    नेपाल राजकीय पज्ञा–प्रतिष्ठानद्वारा प्रदत्त प्रथम ‘मायादेवी प्रज्ञापुरस्कार’ द्वारा सम्मानित ः     २०५२ साल, विद्यापति सेवा संस्थान, दरभङ्गाद्वारा ‘मिथिला विभूति’ सम्मान, शेखर     प्रकाशन, पटनाद्वारा ‘शेखर सम्मान’, ने. मैथिली साहित्य परिषद्, जनकपुरद्वारा ‘वैदेही     प्रतिभा पुरस्कार’, अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन मुम्बईद्वारा ‘मिथिलारत्न’ सम्मान,     मधुरिमा नेपालद्वारा ‘मधुरिमा सम्मान’,चेतना समिति,पटना द्वारा यात्री चेतना पुरस्कार ,    साझा प्रकाशनद्वारा साझा लोक संस्कृति पुरस्कार (२०६८) आदि दर्जनो सम्मान,     पुरस्कार प्राप्त ।
विशेष        ः  पूर्व अध्यक्षः साझा प्रकाशन ,ललितपुर ।

विशेष उल्लेखनीय
ज्ञ।    नेपालक पहिल आधुनिक कथा संग्रह “तोरा संगे जयबौ रे कुजबा “(१९८४ ई.) क प्रणेता” ।
द्द।    नेपालक पहिल आ आइधरि एक मात्र साहित्यकार जकर कथा संग्रह “तोरा संगै जयबौरे कुजवा” क प्रकाशन विहार (भारत) क सरकारी संस्था मैथिली अकादमी कएलक ।
घ।    सम्पूर्ण मैथिली साहित्यमे पहिल प्रेमपरक दीर्घकविता “नहि, आब नहिं” क कवि ।
द्ध।    नेपाल राजकीय प्रज्ञा–प्रतिष्ठानसं पहिल बेर प्रदान कएल गेल “मायादेवी प्रज्ञा–पुरस्कार”
(२०५२) क प्राप्तकर्ता जकर प्रशस्तिमे लिखल गेल छल–मैथिली भाषा साहित्य एवं मैथिली पत्रकारिताक क्षेत्रमे विशिष्ट योगदानक लेल ।
छ।    नेपालसं प्रकाशित पहिल मैथिली समाचारपत्र “गामघर साप्ताहिक”क सम्पादन–प्रकाशन, जे अनवरत रूपें विगत तीस वर्षसं प्रकाशित भऽ रहल अछि ।
ट।    नेपालसं  प्रकाशित पहिल आधुनिक कविता संग्रह “बन्न कोठरी ः औनाइत धुआँ”क कवि ।
ठ।    नेपालक पहिल मैथिली कवि जकर कविता बंगला भाषामे अनुवाद भऽ साहित्य अकादमी, दिल्लीक संग्रहमे छपल ।
ड।    पहिल साहित्यकार जकरा साझा प्रकाशन, ललितपुरद्वारा सर्वप्रथम “साझा लोक संस्कृति” पुरस्कार प्रदान कएल गेल ।
ढ।    नेपालक पहिल मधेशी एवं मैथिली साहित्यकार जे साझा प्रकाशनक गरिमामय अध्यक्ष पद पर नियुक्त भेल आ प्रज्ञा–प्रतिष्ठानमे सदस्य नियुक्ति (२०६७, माघ २१ गते) धरि बनल रहल ।
ज्ञण्।    नेपालक पहिल मैथिली साहित्यकार जे सर्वप्रथम नेपाल प्रज्ञा–प्रतिष्ठानक प्राज्ञ सभा सदस्य बनल आ वादमे प्राज्ञ परिषद् सदस्य सेहो वर्तमानमे अछि ।
ज्ञज्ञ।    साझा प्रकाशनक अध्यक्षक रूपमे पहिल बेर नेपाली बाहेक मैथिली समेतक भाषाक प्रकाशनक शुभारम्भ कएल, जाहिमे पहिल मैथिली बालकथा संग्रह “बगियाक गाछ” प्रकाशित भेल ।
ज्ञद्द।    नेपालमे पहिल बेर काठमांडूमे अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन (२०६७) क सफलतापूर्वक आयोजन कएल, जकर उद्घाटन नेपालक राष्ट्रपति आ विसर्जन नेपालक उपराष्ट्रपति कएलनि ।
ज्ञघ।    काठमाण्डूमे आयोजित सार्कस्तरीय कवि गोष्ठीमे सर्वप्रथम नेपालक मैथिली कविक रूपमे प्रतिनिधित्व कएल । 
ज्ञद्ध।    नेपालक पहिल साहित्यकार जकर रचना नेपालक पाठ्यक्रममे मात्र नहि विहारक मैथिली पाठ्यक्रममे सेहो पढाई भऽ रहल अछि ।
ज्ञछ।    नेपालक सर्वाधिक मौलिक रचनाक लेखक । एखन धरि तीन दर्जनधरि सभ पुस्तक
प्रकाशित ।
ज्ञट।    तत्कालीन नेपाल राजकीय प्रज्ञा–प्रतिष्ठानक प्राज्ञ सभाक सदस्य होइते सर्वप्रथम प्रज्ञा–प्रतिष्ठानद्वारा मैथिलीमे “आँगन” पत्रिकाक प्रकाशन प्रारम्भ कएल ।

अन्य गतिविधि
ज्ञठ।    अन्तर्राष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन, दिल्लीक आयोजनमे होब बला अन्तर्राष्ट्रिय सम्मेलनमे भारतक मुम्बई, कलकत्ता, चेन्नई, तीरुपति आ गुआहाटीमे नेपालक प्रतिनिधि मंडलकें नेतृत्व करैत भाग लेल ।
ज्ञड।    “एकटा आओर वसन्त” फिल्मक निर्माण÷कथा÷पटकथा÷सम्वाद÷गीत लेखन ।
ज्ञढ।    नेपाल टेलिभिजन लेल जनकपुरधाम पर डकुमेन्ट्री लेखन÷प्रदर्शन ।
द्दण्।    “सीता” लगायतक किछु नेपाली फिल्ममे गीत लेखन ।
द्दज्ञ।    नेपाल सरकार संस्कृति मंत्रालयद्वारा गठित विद्यापति पुरस्कार कोषक विधान÷मापदण्ड निर्धारण कार्यदलक सदस्य आ अन्तर्राष्ट्रिय स्तरक अवधारणा पत्र प्रस्तुत (वादमे एहिमे व्यापक परिवर्तन क) विवादित बनादेल गेल) ।
द्दद्द।    नेपाल पत्रकार महासंघक का.वा. अध्यक्ष (धनुषा) आ नेपाल प्रेस युनियन, (धनुषा)क अध्यक्षक रूपमे काज कऽ चुकल ।
द्दघ।    नेपाल प्रज्ञा–प्रतिष्ठानक प्राज्ञ सदस्यक हैसियतसं मैथिली लोक नाट्य जट–जटिनक गीत संकलन कऽ तकरा रेकर्डिङ कराओल आ जटजटिनक कथानककें नाट्य रुपान्तर कऽ मंचपर प्रदर्शित कएल जे अद्यावधिक जारी अछि ।
द्दद्ध।    नेपाल प्रज्ञा–प्रतिष्ठानद्वारा राजा सलहेसपर नेपाल–भारतक विद्वान् सभक गोष्ठी कएल आ कार्यपत्र सहित एकटा पुस्तक प्रज्ञा–प्रतिष्ठानसं “लोकनायक सलहेस” प्रकाशित कएल ।
द्दछ।    जनकपुरधाममे सर्वप्रथम “अखिल नेपाल मैथिली साहित्य परिषद्”क गठन २०३० सालमे कएल आ लगभग डेढ दशक धरि विद्यापति पर्व लगायत अन्य मैथिली गतिविधि संचालन कएल ।
द्दट।    मैथिली पत्रिका “अर्चना” “आंजुर” आ “गामघर” क माध्यमसं आइ काल्हिक बहुतो मैथिली साहित्यकारकें साहित्य क्षेत्रमे पदार्पणक अवसर प्रदान कएल ।
द्दठ।    राष्ट्रिय, अन्तर्राष्ट्रिय स्तरक गोष्ठी, सेमिनार सभमे कार्यपत्र प्रस्तोता एवं सहभागिताक रूपमे आमंत्रित भऽ भाग लेल ।
द्दड।    नेपाल प्रज्ञा–प्रतिष्ठानमे सर्वप्रथम विद्यापति स्मृति पर्व मनएबाक शुभारंभ कएल ।
द्दढ।     आजुक तिथिमे नेपालमे मैथिली साहित्यक कोनो विधामे सर्वाधिक रचना लिखबाक श्रेय प्राप्त ।
घण्।    नेपाल सरकार, संस्कृति मन्त्रालयद्वारा राष्ट्रगानके मैथिली अनुवाद करएबाक क्रममे मैथिली अनुवादक हेतु विज्ञ मनोनित कएलापर राष्ट्रगानकें मैथिलीमे अनुवाद क मूल गीतक संगीतकार अम्बर गुरुङसँ प्रमाणित करा मन्त्रालयमे बुझाओल ।
घज्ञ।    सम्प्रतिःमैथिली,भोजपुरी,नेपाली,हिन्दी,अंग्रजी लगायतक भाषामे लेखन जारी ।

सम्पर्क
१÷५५५, सरस्वती सदन, जनकपुरधाम, फो. नं. ०४१–५२०२६७, ९८५४०२०८८९
हाल ः मैतीदेवी, काठमाण्डौ, फो. नं. ०१–४४४४९६८, मो. ९८४११६४७७०
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