Since 2004 AD, First Maithili News Portal 'Samadiya'(Poonam Mandal & Priyanka Jha) पूनम मंडल आ प्रियंका झाक पहिल मैथिली न्यूज पोर्टल "समदिया", २००४ ई. सँ।
Monday, December 31, 2012
Wednesday, December 26, 2012
Tuesday, December 25, 2012
Sunday, December 23, 2012
Thursday, December 20, 2012
FARMHOUSE CHICKEN EFFECT-ALL WHITE, BRAHMIN AND IMPOTENT -SAHITYA AKADEMI ANNOUNCES YUVA AWARD IN MAITHILI (REPORT GAJENDRA THAKUR)
१
साहित्य अकादेमी
द्वारा युवा पुरस्कारक भेल घोषणा। हिन्दीमे लिखैबला द्वारा मैथिलीमे मात्र
पुरस्कार लेल लिखल जेबाक प्रवृत्ति, जे सुखाएल मुख्यधारामे पहिनेसँ रहल अछि, आ तकरा (नव) ब्राह्मणवादक अन्तर्गत
पुरस्कृत कएल जेबाक प्रवृत्ति ओइमे सेहो रहल अछि, आब तकर प्रसार ओ अपन जातिवादी युवा मध्य केलक अछि ।
चेतना समिति आदि संस्था (नव) ब्राह्मणवादी कट्टरताकेँ ब्राह्मण युवा
वर्ग मध्य पसारैत रहबाक चेष्टा करैत रहैत अछि। पोथीक क्वालिटीक स्थानपर चमचागिरी, लेखकीय दायित्वक स्थानपर जातिवादी
कट्टरता चलिते रहत? स्टेटस कोइस्ट युवाकेँ, वैज्ञानिक (नव) ब्राह्मणवादी युवा जे अहाँक जातिवादी विचारधाराकेँ चैलेन्ज केनाइ तँ दूर, ओइमे सहयोग करए, की ऐ तरहक तत्वकेँ बढ़ावा दऽ अहाँ मैथिली
साहित्यक पुनर्जागरण बाधक तत्व नै बनि रहल छी।
"निश्तुकी" कविता संग्रहकेँ पुरस्कार नै भेटए ओइ लेल महेन्द्र झाकेँ
सहरसा" सँ, देवेन्द्र झाकेँ
मधुबनी (संप्रति मुजफ्फरपुर)सँ आ योगानन्द झाकेँ बदनाम कबिलपुर गैंगसँ बजाओल गेल आ
ई भार देल गेल। आ ओ सभ चुनलन्हि अरुणाभ "झा" सौरभ केँ। सायास
"निश्तुकी" कविता संग्रह साहित्य अकादेमी द्वारा नै मंगाओल गेल, जे एकटा इलीगल काज अछि। हरबर-दरबरमे
निर्णय कएल गेल, आब जएह पोथी आबि
सकल ओही मध्यसँ ने निर्णय हएत, से तर्क देल गेल। पूर्ण रूपसँ फार्म हाउस चिकेन (उज्जर, ब्राह्मण आ नपुंसक) मैथिल ब्राह्मण जूरी
चुनल गेल जे कोनो रिस्क नै रहए।
ऐ इलीगल काजकेँ
हर स्तरपर चुनौती देल जाएत।
मूल पुरस्कार
लेल शेफालिका वर्माकेँ चुनल गेल छन्हि आ अनुवाद पुरस्कार लेल महेन्द्र नारायण
रामकेँ- दुनू गोटेकेँ बधाइ। संगमे नचिकेताक "नो एण्ट्री: मा प्रविश", सुभाष चन्द्र यादवक "बनैत
बिगड़ैत" आ जगदीश प्रसाद मण्डलक "गामक जिनगी"क विरुद्ध
"निश्तुकी" विरोधी तत्व जे तीन सालसँ जान प्राण लगेने अछि जे ऐ पोथी
सभकेँ मूल पुरस्कार नै भेटैक, से घोर निन्दनीय अछि। "नो एण्ट्री: मा प्रविश" २००८ मे प्रकाशित रहै
आ ई किताब अगिला सालसँ पुरस्कारक रेसमे नै रहत, ऐ पोथीकेँ मूल साहित्य अकादेमी नै भेटि सकत। मुदा की
एकर स्थान मैथिलीक पहिल आ एखन धरिक एकमात्र पोस्टमॉडर्न ड्रामाक रूपमे बरकार नै
रहत, की ब्राह्मणवादी
विचारधारा ई स्थान ऐ पोथीसँ छीनि सकत? सुभाष चन्द्र यादवक "बनैत बिगड़ैत" आ जगदीश प्रसाद मण्डलक
"गामक जिनगी" अगिला साल सेहो रेसमे रहत। मुदा तारानन्द वियोगी आ
महेन्द्र नारायण राम किए (नव वैज्ञानिक) ब्राह्मणवाद द्वारा
स्वीकृत छथि आ सुभाष चन्द्र यादव आ मेघन प्रसाद अस्वीकृत ओइ आलोकमे सुभाष चन्द्र
यादवक "बनैत बिगड़ैत" क विरुद्ध रामदेव झा- योगानन्द झा- महेन्द्र
मलंगिया-मोहन भारद्वाज-मायानन्द मिश्र आदिक षडयंत्र सफल भैयो जँ जाए तँ की
सुभाष चन्द्र यादवक मैथिली पाठकक हृदए मे जे स्थान छै, से की कम कऽ सकत ई षडयंत्रकारी सभ? जगदीश प्रसाद मण्डलक "गामक
जिनगी"क स्थान मैथिलीक आइ धरिक सर्वश्रेष्ठ लघुकथा संग्रहक रूपमे बनि गेल अछि, की ओ स्थान कियो दोसर छीनि सकत?
पढ़ू निश्तुकी आ
चमेटा मारू महेन्द्र झा, देवेन्द्र झा आ योगानन्द झाकेँ -
निश्तुकी
नीचाँमे युवा
पुरस्कारक साहित्य अकादेमीक निर्णय तीन पन्ना दऽ रहल छी, एकर प्रिंट आउट करू आ मिथिलाक गाम-गाममे
जराबू।
२
विदेहक
सम्बन्धमे धीरेन्द्र प्रेमर्षिकेँ एकटा फकड़ा मोन पड़ल छलन्हि- "खस्सी-बकरी
एक्कहि धोकरी"। राजा सलहेसक गाथामे जतऽ सलहेस राजा रहै छथि चूहड़मल चोर भऽ जाइ
छथि आ जतऽ चूहड़मल राजा रहै छथि सलहेस चोर भऽ जाइ छथि। साहित्यक ब्राह्मणवाद जातिक
आधारपर समीक्षा करैए, समानान्तर परम्पराक उदारवाद कट्टरता विरोधी अछि। समानान्तर परम्परा मिथिला आ
मैथिलीक उदार परम्पराकेँ रेखांकित करैए तँ ब्राह्मणवादी समीक्षाकेँ मिथिलाक कट्टर तत्व प्रभावित करै छै। समानान्तर
परम्पराक घोड़ा ब्राह्मणवादी समीक्षामे गधा बनि जाइए, आ ब्राह्मणवादी साहित्यमे तँ गधा छैहे नै, सभ घोड़ाक खोल ओढ़ने छै। आ सएह कारण रहल जे
मैथिलीक सुखाएल मुख्य धाराक साहित्य दब अछि। आ सएह कारण रहल जे अतुकान्त कविता
हुअए बा तुकान्त, बहरयुक्त गजल
हुअए बा आजाद गजल; रोला, दोहा,कुण्डलिया, रुबाइ, कसीदा, नात, हजल, हाइकू, हैबून बा टनका-वाका सभ ठाम समानान्तर परम्परा कतऽ सँ कतऽ बढ़ि गेल; नाटक-उपन्यास-समीक्षा, विहनि-लघु-दीर्घ कथा सभ क्षेत्रमे अद्भुत
साहित्य मैथिलीक समानान्तर परम्परामे लिखल गेल मुदा ब्राह्मणवादी सुखाएल मुख्यधारा
आ जातिवादी रंगमंच छल-प्रपंच आ सरकारी संस्थापर नियंत्रणक अछैत मरनासन्न अछि।
नीचाँमे युवा पुरस्कारक साहित्य अकादेमीक निर्णय तीन पन्ना दऽ रहल छी, एकर प्रिंट आउट करू आ मिथिलाक गाम-गाममे जराबू।
Wednesday, December 19, 2012
अबारा नहितन (मैथिलीक पहिल फिल्म "ममता गाबय गीत" कोना बनल, तकर रोचक कथा-संस्मरणात्मक उपन्यास)केदारनाथ चौधरी/ ‘ममता गाबए गीत’ फिल्मक गीत/ गीत: रवीन्द्र नाथ ठाक़ुर
अबारा नहितन (मैथिलीक पहिल फिल्म "ममता गाबय गीत" कोना बनल, तकर रोचक कथा-संस्मरणात्मक उपन्यास)केदारनाथ चौधरी
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‘ममता गाबए गीत’ फिल्मक गीत/ गीत: रवीन्द्र नाथ ठाक़ुर
1
भरि नगरी में सोर, बौआ मामी तोहर गोर
मामा चान सन...
नानी-नाना दूनू तोहर, खाली गाल बजाबय
बाबी तोहर गंगा सन छौ, बाब बनल हिमालय
मौसा तोहर चोर, मौसी मँूहक बड़जोर
मैया पान सन...
थैया-थैया चलू कन्हैया, जहिना भोर बसात
धरती मैया सब दुखहरनी, खसब ने कोनो बाट
बौआ मोती सन ई नोर, बीछत खाली आँचर मोर
अपने प्राण सन...
अपना कुल के लाल कमल तोँ, काकीक सुगा-मैना
एहि दुनिया के हँसी-खुशी आ बापक नेह-खिलौना
तो आशक चकमक भोर, हँसिदे खोलिके दूनू ठोर
फूटल धान सन...
2.
चलल कहरिया से कोने नगरिया
जाइछ ककर दुलार...
धीरे-धीरे लय चल डोलिया कहरिया
ने डोलय पड़ल ओहार...
युग-युग जरत सिनेहक बाती
तैयो तहत अन्हार...
चलल कहरिया...
चल बरू जाह ने बिसरब तोहरा
फुजले रहत केबार
घर-घर घुमि-घुमि तोहर कथा ई
बहि-बहि कहत बयार...
चलल कहरिया...
3
मिथिला केर ई माँटि उड़ल अछि, छूबय गगनक छाती
भरि दुनिया केर मंगल हो, आ जन-जन गाबय प्राती
हाँ रे कह भैया रामे-राम हो भाइ, माता जे बिराजै मिथिले देश मे
नन्दन बन सन सुन्दर मिथिला, इन्द्रक धनुष समान
कालिदास आ मंडन के घर, बुद्ध बनल भगवान
चल भैया चलू ने, माता जे बिराजै मिथिले देश मे...
हम अयाची हम नहिं माँगी, मंगनी केर वरदान
जनकक आँगन लछमी नीपलि, हम तकरे संतान
चलू भैया चलू ने, माता जे बिराजै मिथिले देश मे...
अपना प्रेमे स्वर्गो जीतल, उगना बनल महेश
एखनौ कोकिल पंचम गाबय, विद्यापति के देश
चलू भैया चलू ने, माता जे बिराजै मिथिले देश मे...
4
अर्र बकरी घास खो, छोड़ गठुल्ला बाहर जो
लरू खुरू बिन केने बहिना, पेट भरल कि ककरो
उर चिड़ैया खोंता छोड़, चोंच खोलिके दाना खो
आँखि-पाँखि जकरा छै जगमे, भूख मरल कि कहियो
अर्र बकरी, गे बकरी घास खो...
करनी-धरनी किछु नहिं जिनकर, हुनकर जीवन भारी
घामे भीजल चाम जकर छै, आयल तकरे बारी
चल कुकुरबा टहल लगो, अंगना-घरक ममता छोड़
मनुख शिकार बनल अछि अपने, आब के कहतौ हियो-हियो
अर्र बकरी, गे बकरी घास खो...
पेट भरल पर दुनिया लागय, सूरदास के हरियर
प्रेमक हाथी बने फतिंगा भूखक जादू जड़गर
भूख-भूख कहि उठता क्यो, अपने पर खौंझेता क्यो
रे मुर्गा तो चढ़ गुलौरा, आलस के लतियौने जो
अर्र बकरी, गे बकरी घास खो...
शीतक गोटा चकमक शोभय, हरियर धरतीक साड़ी
प्रेमक फूल जगत भरि गमकै, गाबय भँवरा कारी
रे परबा तोँ अंडा फोर, ज्ञानक गेल्हक भरिदे कोर
कहै रे कौवा टाहि लगाकय, आन्हर भुन्नो पड़ो-पड़ो
अर्र बकरी, गे बकरी घास खो...
Tuesday, December 18, 2012
ज्योतिरीश्वर पूर्व गएर ब्राह्मण-परम्पराक महाकवि विद्यापति (चित्र पनकलाल मंडल) -पनक लाल मण्डलकेँ विदेह सम्मान -चित्रकला लेल -भेटल छन्हि।
ज्योतिरीश्वर पूर्व गएर ब्राह्मण-परम्पराक महाकवि विद्यापति (चित्र पनकलाल मंडल) -पनक लाल मण्डलकेँ विदेह सम्मान -चित्रकला लेल -भेटल छन्हि। |
ज्योतिरीश्वर पूर्व गएर ब्राह्मण-परम्पराक महाकवि विद्यापति (चित्र पनकलाल मंडल) -पनक लाल मण्डलकेँ विदेह सम्मान -चित्रकला लेल -भेटल छन्हि। |
ज्योतिरीश्वर पूर्व गएर ब्राह्मण-परम्पराक महाकवि विद्यापति (चित्र पनकलाल मंडल) -पनक लाल मण्डलकेँ विदेह सम्मान -चित्रकला लेल -भेटल छन्हि। |
मैथिलीक आदिकवि विद्यापति
कवीश्वर ज्योतिरीश्वर(लगभग १२७५-१३५०)सँ पूर्व (कारण ज्योतिरीश्वरक ग्रन्थमे हिनक चर्च अछि), मैथिलीक आदि कवि। संस्कृत आ अवहट्ठक विद्यापति ठक्कुरःसँ भिन्न। सम्भवतः बिस्फी गामक बार्बर कास्टक श्री महेश ठाकुरक पुत्र। समानान्तर परम्पराक बिदापत नाचमे विद्यापति पदावलीक (ज्योतिरीश्वरसँ पूर्वसँ) नृत्य-अभिनय होइत अछि।
बोधि कायस्थ
विद्यापति ठक्कुरःक पुरुष परीक्षामे हिनक गंगालाभक कथा वर्णित अछि। महाकवि विद्यापति (ज्योतिरीश्वर पूर्व मैथिली पदावली सभक लेखक) क विषयमे सेहो गंगालाभक ई कथा प्रचलित आ बादमे विद्यापति ठक्कुरक (संस्कृत आ अवहट्ठक लेखक) विषयमे सेहो गंगालाभक ई कथा प्रचलित भेल।
महाराज शिव सिंह
मिथिला नरेश विद्यापति ठक्कुरः (संस्कृत आ अवहट्ठक लेखक)क आश्रयदाता ओइनवार वंशक महाराज शिव सिंह।
उगना महादेव
महादेव (उगनारूपी) विद्यापतिक अहिठाम गीत सुनबा लेल उगना नोकर बनि रहैत छलाह। मैथिलीक आदिकवि विद्यापति (ज्योतिरीश्वर पूर्व) आ विद्यापति ठक्कुरः (संस्कृत आ अवहट्ठक लेखक आ राजा शिवसिंहक दरबारी) दुनूसँ सम्बद्ध कऽ उगनाक ई कथा प्रसिद्ध भेल।
महाकवि विद्यापति ठाकुर 1350-1435
विद्यापति ठक्कुरः 1350-1435 विषएवार बिस्फी-काश्यप (राजा शिवसिंहक दरबारी) आ संस्कृत आ अवहट्ठ लेखक। कीर्तिलता, कीर्तिपताका, पुरुष परीक्षा, गोरक्षविजय, लिखनावली आदि ग्रंथ समेत विपुल संख्यामे कालजयी रचना। ई मैथिलीक आदिकवि विद्यापति (ज्योतिरीश्वर पूर्व)सँ भिन्न छथि।
Monday, December 17, 2012
की मैथिली मात्र मैथिल ब्राह्मणक भाषा छी?- भाग-२ (रिपोर्ट गजेन्द्र ठाकुर)
सेन्टर फॉर स्टडी ऑफ इण्डियन ट्रेडिशन्स- मैथिली साहित्यसँ ऐ संस्थाक
की सरोकार छै? विद्यापति सेवा संस्थान आ चेतना समिति राजनैतिक संस्था अछि- पागबला संस्कृत
आ अवहट्ठक विद्यापतिक सालाना विद्यापति पर्व करबाक अतिरिक्त एकर सभक की काज छै? ऑल
इण्डिया मैथिली साहित्य समितिक पड़ोसीयोकेँ पता नै छै जे ई संस्था छैहो बा नै, जयकान्त
मिश्रक मृत्युक बाद ऐ संस्थाक मान्यता बरकरार किए छै, की जयकान्त मिश्रक मैथिली लेल
कएल अहसानक पारिश्रमिक हुनकर बेटी-जमाए लऽ रहल छथि। अखिल भारतीय मैथिली साहित्य परिषद
की अछि आ एम.बी.बी.एस. डॉक्टर, जिनका साहित्यसँ कोनो सरोकार नै छन्हि, किए वोटक अधिकार
लेल ऐ मुइल संस्थाक पता अपन नामसँ दै लेल तैयार भेल छथि। मिथिला सांस्कृतिक परिषद तँ
विद्यापतिकेँ पागबला फोटो पहिरा कऽ विद्यापतिक नै मैथिलीक यज्ञोपवीत संस्कार करबाक
दोषी अछिये। तँ की ई मैथिल ब्राह्मणक खाँटी संस्था सभ मैथिलीकेँ मैथिल ब्राह्मणक भाषा
बनबै लेल (साहित्य अकादेमी दिल्लीमे) मात्र वोट आ कब्जाक राजनीतिक अन्तर्गत साहित्य
अकादेमीक मैथिली कन्वीनर चुनबाक लेल संस्थाक रूपमे काज कऽ रहल अछि, आ तेँ अस्तित्वमे
अछि?
Sunday, December 16, 2012
की मैथिली मात्र मैथिल ब्राह्मणक भाषा अछि? (रिपोर्ट- गजेन्द्र ठाकुर)
की मैथिली मात्र मैथिल ब्राह्मणक भाषा अछि?
साहित्य अकादेमी, दिल्लीक पुरस्कारक बँटवारा (!!!) देखी तँ उत्तर की अछि?
(कुल बँटवारा ४३ बेर- 2011 धरि)
मैथिल ब्राह्मण -३६ बेर!!
कायस्थ-५ बेर
राजपूत-२ बेर
गएर सवर्ण- 0000 बेर!!!!
१९६६- यशोधर झा (मिथिला वैभव, दर्शन) मैथिल ब्राह्मण
१९६८- यात्री (पत्रहीन नग्न गाछ, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९६९- उपेन्द्रनाथ झा “व्यास” (दू पत्र, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९७०- काशीकान्त मिश्र “मधुप” (राधा विरह, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७१- सुरेन्द्र झा “सुमन” (पयस्विनी, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७३- ब्रजकिशोर वर्मा “मणिपद्म” (नैका बनिजारा, उपन्यास) कर्ण कायस्थ
१९७५- गिरीन्द्र मोहन मिश्र (किछु देखल किछु सुनल, संस्मरण) मैथिल ब्राह्मण
१९७६- वैद्यनाथ मल्लिक “विधु” (सीतायन, महाकाव्य) कर्ण कायस्थ
१९७७- राजेश्वर झा (अवहट्ठ: उद्भव ओ विकास, समालोचना) मैथिल ब्राह्मण
१९७८- उपेन्द्र ठाकुर “मोहन” (बाजि उठल मुरली, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७९- तन्त्रनाथ झा (कृष्ण चरित, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९८०- सुधांशु शेखर चौधरी (ई बतहा संसार, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९८१- मार्कण्डेय प्रवासी (अगस्त्यायिनी, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९८२- लिली रे (मरीचिका, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९८३- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (मैथिली पत्रकारिताक इतिहास) मैथिल ब्राह्मण
१९८४- आरसी प्रसाद सिंह (सूर्यमुखी, पद्य) गएर ब्राह्मण- राजपूत
१९८५- हरिमोहन झा (जीवन यात्रा, आत्मकथा) मैथिल ब्राह्मण
१९८६- सुभद्र झा (नातिक पत्रक उत्तर, निबन्ध) मैथिल ब्राह्मण
१९८७- उमानाथ झा (अतीत, कथा) मैथिल ब्राह्मण
१९८८- मायानन्द मिश्र (मंत्रपुत्र, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९८९- काञ्चीनाथ झा “किरण” (पराशर, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९९०- प्रभास कुमार चौधरी (प्रभासक कथा, कथा) मैथिल ब्राह्मण
१९९१- रामदेव झा (पसिझैत पाथर, एकांकी) मैथिल ब्राह्मण
१९९२- भीमनाथ झा (विविधा, निबन्ध) मैथिल ब्राह्मण
१९९३- गोविन्द झा (सामाक पौती, कथा) मैथिल ब्राह्मण
१९९४- गंगेश गुंजन (उचितवक्ता, कथा) मैथिल ब्राह्मण
१९९५- जयमन्त मिश्र (कविता कुसुमांजलि, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९९६- राजमोहन झा (आइ काल्हि परसू, कथा संग्रह) मैथिल ब्राह्मण
१९९७- कीर्ति नारायण मिश्र (ध्वस्त होइत शान्तिस्तूप, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९९८- जीवकान्त (तकै अछि चिड़ै, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९९९- साकेतानन्द (गणनायक, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२०००- रमानन्द रेणु (कतेक रास बात, पद्य)कर्ण कायस्थ
२००१- बबुआजी झा “अज्ञात” (प्रतिज्ञा पाण्डव, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
२००२- सोमदेव (सहस्रमुखी चौक पर, पद्य) कायस्थ
२००३- नीरजा रेणु (ऋतम्भरा, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२००४- चन्द्रभानु सिंह (शकुन्तला, महाकाव्य) गएर ब्राह्मण- राजपूत
२००५- विवेकानन्द ठाकुर (चानन घन गछिया, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
२००६- विभूति आनन्द (काठ, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२००७- प्रदीप बिहारी (सरोकार, कथा)कर्ण कायस्थ
२००८- मत्रेश्वर झा (कतेक डारि पर, आत्मकथा) मैथिल ब्राह्मण
२००९- स्व.मनमोहन झा (गंगापुत्र, कथासंग्रह) मैथिल ब्राह्मण
२०१०-श्रीमति उषाकिरण खान (भामती, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
२०११- श्री उदयचन्द्र झा "विनोद" (अपक्ष, कविता संग्रह) मैथिल ब्राह्मण
की मैथिली मात्र मैथिल ब्राह्मणक भाषा अछि?
साहित्य अकादेमी, दिल्लीक पुरस्कारक बँटवारा (!!!) देखी तँ उत्तर की अछि?
(कुल बँटवारा ४३ बेर- 2011 धरि)
मैथिल ब्राह्मण -३६ बेर!!
कायस्थ-५ बेर
राजपूत-२ बेर
गएर सवर्ण- 0000 बेर!!!!
Saturday, December 15, 2012
साहित्य अकादेमी मैथिली पुरस्कार आ रामदेव झा आ मोहन भारद्वाजक सुभाषचन्द्र यादवक विरुद्ध षडयन्त्र
-मोहन भारद्वाज विद्यानाथ झा विदितक चमचागिरीमे बहुत दिनसँ लागल छथि।
-विद्यानाथ झा "विदित"क निम्न कोटिक उपन्यास "विप्लवी बेसरा"क कएक पन्नाक गदगदी समीक्षा "पक्षधर" नाम्ना पत्रिकामे मोहन भारद्वाज केने रहथि, मैथिली समालोचनाक क्षेत्रमे ई एकटा कारी अध्याय अछि।
-मोहन भारद्वाज रमानाथ झा ग्रन्थावलीमे पी.सी. रायचौधुरीक रचना रमानाथ झाक नामसँ अपन सम्पादकत्वमे छपबा देलन्हि।
-हालेमे विद्यानाथ झा विदितक समधि रामदेव झाक अहिठाम माँछ-भात खा कऽ मोहन भारद्वाज भरतमिलानी केने रहथि।
-टैगोर साहित्य सम्मानमे हिनको पोथी फाइनल धरि पहुँचल रहए, मुदा एकटा गएर ब्राह्मण, गएर कर्ण कायस्थ जूरी हिनकर लिलसापर पानि फेरि देने रहथि आ पुरस्कार जगदीश प्रसाद मण्डल जीकेँ भेटि गेल छल। तकरा बाद मोहन भारद्वाज विक्षिप्त भऽ गेल रहथि।
-हालेमे चेतना समितिक मुख -पत्र घर-बाहर श्रीमान मोहन भारद्वाजकेँ साहित्य अकादेमी पुरस्कार देबा लेल फतवा जारी केने अछि। ऐ फतवा अन्तर्गत अशोक आ महेन्द्र मलंगियाकेँ सेहो साहित्य अकादेमी पुरस्कार देल जएबाक गप अछि।
-प्रबोध सम्मान लेल महेन्द्र मलंगियाक संग मिलि कऽ जे ई दुष्कर्म केने रहथि आ दुनू गोटेकेँ ओ प्राइज भेटल रहन्हि से जगत ख्यात अछि।
-मोहन भारद्वाजक जातिवादी चेहरा जगत ख्यात अछि, हिनकर असल नाम आनन्द मोहन मिश्र अछि। "विद्यापति टाइम्स" मे योगानन्द झा आ विद्यानाथ झा विदितक जमाए शंकरदेव झा (रामदेव झाक बेटा) संग मिलि कऽ जे ई सुभाष चन्द्र यादवक "बनैत बिगड़ैत" क खिलाफ अभियान शुरू केने रहथि से जगत ख्यात अछि। पहिनहियो राजकमल मोनोग्राफमे रामदेव झा आ मोहन भारद्वाज सुभाषचन्द्र यादवक पीठमे छुरा भोकने छला।
· राजकमल चौधरी: मोनोग्राफ (सुभाष चन्द्र यादव) download link
https://sites.google.com/a/videha.com/videha-pothi/Home/Rajkamal_Monograph.pdf?attredirects=0
https://docs.google.com/viewer?a=v&pid=sites&srcid=dmlkZWhhLmNvbXx2aWRlaGEtcG90aGl8Z3g6NDNiMmVhYThlOTNiMDA5Zg
·
Gangesh Gunjan राजकमल जी (विनिबंध)क प्रकरण कान मे पडल तं छल, से कतोक वर्ख भ गेलै आब| मुदा
से एहन कुरूप छैक से अहींक एहि फेस बुकिया समाद मे स्पष्ट भेलय| तें एकर
धन्यवाद अहीं कें दैत छी गजेन्द्र जी |... ओना वास्तविक तं ई जे सम्पूर्ण
पढबा सं पहिने मोन "विरक्त" भ' गेल | नै पढि भेल आगाँ ! नीक केलौहें नेट पर द'
क'| समकालीन आ आगत पीढ़ी सेहो बुझओ ई कारी-कथा! हमरा सन लोकक विडम्बना देखू
जे पूरा प्रकरण अपन अनुज- मित्र- अग्रज सं जुडल अछि| से एहन ऐतिहासिक दुर्घटना
भ' गेल अछि ! उत्तरदायी व्यक्तिगत हम कतहु सं नै | मुदा साहित्यिक पीढ़ीक
नैतिकता सं "अपराध बोध" सहबा लेल अभिशप्त छी| उपाय ?
सस्नेह,Gangesh Gunjan
-आब एतेक केलाक बादो जँ ऐ बेरुका साहित्य अकादेमी पुरस्कार मोहन भारद्वाज विद्यानाथ झा विदितक राजमे नै लऽ सकथि वा महेन्द्र मलंगियाकेँ नै दिअबा सकथि तँ से आश्चर्ये हएत।
विद्यानाथ झा विदितक चमचागिरीमे लागल ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज: मैथिली समालोचनाक कारी अध्याय: चमचागिरी समीक्षाक मोहन भारद्वाज द्वारा स्थापना |
विद्यानाथ झा विदितक चमचागिरीमे लागल ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज: मैथिली समालोचनाक कारी अध्याय: चमचागिरी समीक्षाक मोहन भारद्वाज द्वारा स्थापना |
विद्यानाथ झा विदितक चमचागिरीमे लागल ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज: मैथिली समालोचनाक कारी अध्याय: चमचागिरी समीक्षाक मोहन भारद्वाज द्वारा स्थापना |
विद्यानाथ झा विदितक चमचागिरीमे लागल ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज: मैथिली समालोचनाक कारी अध्याय: चमचागिरी समीक्षाक मोहन भारद्वाज द्वारा स्थापना |
ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज: रामदेव झासँ मिलि कऽ भोंकलनि सुभाष चन्द्र यादवक पीठमे जातिवादी छुरा |
ब्राह्मणवादी समीक्षक मोहन भारद्वाज द्वारा पी.सी.रायचौधुरीक रचनाक कॉपीराइट हनन: अपन सम्पादकत्वमे रायचौधुरीक रचना रमानाथ झाक नामसँ छप्लनि: सहयोगी रहल सी.आइ.आइ.एल. |
धनाकर ठाकुरक सहयोगी चोर रोशन कुमार झा ("राड़केँ सुख बलाय" केर लेखक ) अखनो नै हटेलक जगदीश प्रसाद मण्डलक ओकरा (चोर रोशन कुमार झा ) द्वारा कएल चोरिक लघुकथा सभ अपन ई-पत्रिका (ब्लॉग)सँ- साहित्यिक जगतमे ऐ सँ घोर क्षोभ अछि- चोर आ ओकर अधीनस्थ सम्पादक-सहयोगीपर कार्रवाइपर विचार
-चोर रोशन कुमार झा अखनो नै हटेलक जगदीश प्रसाद मण्डलक ओकरा (चोर रोशन कुमार झा ) द्वारा कएल चोरिक लघुकथा सभ अपन ई-पत्रिका (ब्लॉग)सँ- साहित्यिक जगतमे ऐ सँ घोर क्षोभ अछि- चोर आ ओकर अधीनस्थ सम्पादक-सहयोगीपर कार्रवाइपर विचार
-चोर रोशन कुमार झाक चोरिक सबूत नीचाँ लिंकमे अछि जे ओ अखन धरि अपन ई-पत्रिका (ब्लॉग) सँ डिलीट नै केलक अछि। ओकर एकटा आर ई-पत्रिका (ब्लॉग) छै जैमे ओकर अधीनस्थ सम्पादक अमलेन्दु शेखर पाठक आ सहयोगी कुमार शैलेन्द्र, शंकरदेव झा आदि छै। एकर अतिरिक्त मिथिलांगनसँ जुड़ल रवीन्द्र दासक सेहो ऐ चोरक प्रति सहानुभूति छै।
-
-जगदीश प्रसाद मण्डलक रचनाक केलक चोरि-
चोरिक लिंक नीचाँ देल जा रहल अछि:
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/rikshaavala.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/jivika.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_7993.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_9212.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_4646.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_691.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_88.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_7693.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_4876.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_31.html
ई धूर्त रोशन कुमार झा ई सभ रचना जगदीश प्रसाद मण्डलक " गामक जिनगी" सँ चोरा कऽ अपन ई-पत्रिकामे छपने अछि जेकर लिंक ऊपर देल गेल अछि। गामक जिनकीकेँ मैथिलीक पहिल टैगोर पुरस्कार भेटल छै।
पहिनहियो एकर संगी रण्जीत चौधरी मुन्नाजीक रचनाक लगातार चोरिमे पकड़ाएल अछि, जे अजित आजादक मिथिलाक अबाज पर अखनो अछि, ओहो धनाकर ठाकुरक सहयोगी अछि। अजित आजाद मुन्नाजीकेँ कहने रहथिन्ह जे ओ रण्जीत चौधरीकेँ बैन करताह आ चोरिक रचनाकेँ डिलीट करताह, मुदा हुनकर कार्यालसँ से अखन धरि से नै भेल तावत ओही कार्यालयसँ ई नबका चोर रोशन कुमार झा आबि गेल।
ऐ चोरक संरक्षक अमलेन्दुशेखर पाठक (जिनकर पिता शिवकान्त पाठक रामदेव झा आदिक संग आकाशवाणी दरभंगा खोलने छथिन्ह, जे रोशन झाक निचुक्का ब्लैकमेल पत्रसँ सिद्ध होइत अछि, कारण ओ जकरा चाहता तकरा अमरसँ रोशन झा धरिकेँ आकाशवाणीमे कार्यक्रम देता आ गौहाटीक विद्यापति पर्वक आयोजक ककरा कहियाक टिकट पठबै छथि से ओ हिनके आ बैजू सँ पुछि कऽ आगाँसँ पठेथिन्ह!!), शंकरदेव झा आदि छथि जकरा संगे मिलि कऽ ई ब्लॉग (ई-पत्रिका) चलबैत अछि।
-ऐ संगठित चोरिमे रोशन कुमार झा, रणजीत चौधरी आदि प्यादा अछि, मुख्य खिलाड़ी यएह सभ छै।
-पूर्वपीठिका देखू http://esamaad.blogspot.in/2012/08/blog-post_4877.html
-चोर रोशन कुमार झाक चोरिक सबूत नीचाँ लिंकमे अछि जे ओ अखन धरि अपन ई-पत्रिका (ब्लॉग) सँ डिलीट नै केलक अछि। ओकर एकटा आर ई-पत्रिका (ब्लॉग) छै जैमे ओकर अधीनस्थ सम्पादक अमलेन्दु शेखर पाठक आ सहयोगी कुमार शैलेन्द्र, शंकरदेव झा आदि छै। एकर अतिरिक्त मिथिलांगनसँ जुड़ल रवीन्द्र दासक सेहो ऐ चोरक प्रति सहानुभूति छै।
-
-जगदीश प्रसाद मण्डलक रचनाक केलक चोरि-
चोरिक लिंक नीचाँ देल जा रहल अछि:
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/rikshaavala.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/jivika.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_7993.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_9212.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_4646.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_691.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_88.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_7693.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_4876.html
http://mithlakgaamghar.blogspot.in/2012/05/blog-post_31.html
ई धूर्त रोशन कुमार झा ई सभ रचना जगदीश प्रसाद मण्डलक " गामक जिनगी" सँ चोरा कऽ अपन ई-पत्रिकामे छपने अछि जेकर लिंक ऊपर देल गेल अछि। गामक जिनकीकेँ मैथिलीक पहिल टैगोर पुरस्कार भेटल छै।
पहिनहियो एकर संगी रण्जीत चौधरी मुन्नाजीक रचनाक लगातार चोरिमे पकड़ाएल अछि, जे अजित आजादक मिथिलाक अबाज पर अखनो अछि, ओहो धनाकर ठाकुरक सहयोगी अछि। अजित आजाद मुन्नाजीकेँ कहने रहथिन्ह जे ओ रण्जीत चौधरीकेँ बैन करताह आ चोरिक रचनाकेँ डिलीट करताह, मुदा हुनकर कार्यालसँ से अखन धरि से नै भेल तावत ओही कार्यालयसँ ई नबका चोर रोशन कुमार झा आबि गेल।
ऐ चोरक संरक्षक अमलेन्दुशेखर पाठक (जिनकर पिता शिवकान्त पाठक रामदेव झा आदिक संग आकाशवाणी दरभंगा खोलने छथिन्ह, जे रोशन झाक निचुक्का ब्लैकमेल पत्रसँ सिद्ध होइत अछि, कारण ओ जकरा चाहता तकरा अमरसँ रोशन झा धरिकेँ आकाशवाणीमे कार्यक्रम देता आ गौहाटीक विद्यापति पर्वक आयोजक ककरा कहियाक टिकट पठबै छथि से ओ हिनके आ बैजू सँ पुछि कऽ आगाँसँ पठेथिन्ह!!), शंकरदेव झा आदि छथि जकरा संगे मिलि कऽ ई ब्लॉग (ई-पत्रिका) चलबैत अछि।
-ऐ संगठित चोरिमे रोशन कुमार झा, रणजीत चौधरी आदि प्यादा अछि, मुख्य खिलाड़ी यएह सभ छै।
-पूर्वपीठिका देखू http://esamaad.blogspot.in/2012/08/blog-post_4877.html
रोशन कुमार झा जे रचना चोरि केलक तकर सरगना सभक चिट्ठी/ किरदानी आदि नीचाँमे अछि |
"राड़केँ सुख बलाय" केर लेखक रोशन कुमार झा रामदेव झाक बेटा, विद्यानाथ झा विदितक जमाए आ चन्द्रनाथ मिश्र "अमरक" नैत शंकरदेव झा (हिन्दी लेखक आ हिन्दीसँ मैथिलीमे अनुवाद कऽ मूल मैथिली कहनहार लेखक)-विजयदेव झाक संग मिलि कऽ एकटा ब्लैकमेलिंग ब्लॉग ई-पत्रिका (!!) मातृभाषा शुरू केलक अछि।
धूर्त रोशन कुमार झा:राअर के सुख बले :
राअर के सुख बले :(लेखक )रोशन कुमार झा:
पढुआ काका किछु काज स दरभंगा आयल छलाह . जखन सव काज भ गेलैन त बस पकर्बाक लेल बस स्टैंड गेलाह , मुदा गामक बस छुट्टी गेलैन .
पधुआ काका हमरा फ़ोन केलैने ? रोशन कतय छ: ? हम आकाशवाणी लग ठाढ़ छि ? हाउ हम तोहर घरे बिसरी गेलिय . तो आबी क हमरा ल जा .
जखन हम पढुआ काका क ल के घर पर आय्लाहू त घर पर लाइन छल .चुकी गर्मी काफी छल ताहि कारने पंखा चला हुनका लग बैसी गेलहु आ हुनका अपन कंप्यूटर पर फसबूक के खोली हुनका देखाबय लाग्लाहू ?
अचानक ललका पाग केर देखैत देरी हुनक मन गडद-गडद भ गेलैने . ओ कह्लैने जे की " इ थिक मिथिला वासी केर पहचान , आ पाग पहिर्ला स बाढ़ी जाइत अछि मान "
हम कहलियैक , काका किछू लोक केर कथन अछि जे की पाग मात्र उपनयन , विवाह में पहिरे वाला एक टा परिधान अछि जे की बाभन आ लाला सब मे पहिरल जाइत अछि ?
ओ कह्लैने हौ जे इ गप करैत अछि ओ पागल हेताह ?
हम कहलियैक , कका ओ सब पढ़ल लिखल आ पैघ-पैघ साहित्यकार छैथ आ विदेह सनक पत्रिका सेहो निकालैत छैथ ?
किछु काल केर उपरान्त पढुआ कका कह्लैने जे की एकटा , दूटा ओही महानुभाव केर नाम त कहक जे सब पाग केर मिथिला केर मान नहीं बुझैत अछि आ मात्र ओकरा जातिगत स जोरी रहल अछि ?
हम कहलियैक आशीष अनचिन्हार , उमेश मंडल , पूनम मंडल प्रियंका झा आ विदेह केर सम्पादक गजेन्द्र ठाकुर .
कका कह्लैने हौ अहि मे त कोनो पैघ साहित्य कार लोकनि केर नाम कहा अछि ?
कका आजुक समय केर इ सब करता धर्ता छैथ साहित्य जगत के .
हौ यदि आजुक साहित्य केर करता एहन छैथ त नहीं जानी की होयत भविष्य मे ?
हमरा सब केर समर में हरिमोहन झा , नागार्जुन , दिनकर सब सनक महान रचना कार लोकिन छलाह . से इ सब कोनो हुनका स पैघ छैथ जखन ओ लोकिन पाग पहिर अपना केर गौरवान्वित बुझैत छलाह तखन आजुक नौसिखुआ सब के की औकात ?
ओ कह्लैने हौ बाऊ ब्रह्मण एकर विरोध किअक क रहल अछि से नहीं जानी मुदा जिनकर बाप दादा कहियो पहिर्बे नहीं केने हैथ हुनका त अवस्य ने असोहाथ बुझेतैन .
ओहुना मिथिलाक गाम घर मे कहल जाइत अछि जे की " राअर केर सुख बले " .
· · · 3 hours ago
राअर के सुख बले :(लेखक )रोशन कुमार झा:
पढुआ काका किछु काज स दरभंगा आयल छलाह . जखन सव काज भ गेलैन त बस पकर्बाक लेल बस स्टैंड गेलाह , मुदा गामक बस छुट्टी गेलैन .
पधुआ काका हमरा फ़ोन केलैने ? रोशन कतय छ: ? हम आकाशवाणी लग ठाढ़ छि ? हाउ हम तोहर घरे बिसरी गेलिय . तो आबी क हमरा ल जा .
जखन हम पढुआ काका क ल के घर पर आय्लाहू त घर पर लाइन छल .चुकी गर्मी काफी छल ताहि कारने पंखा चला हुनका लग बैसी गेलहु आ हुनका अपन कंप्यूटर पर फसबूक के खोली हुनका देखाबय लाग्लाहू ?
अचानक ललका पाग केर देखैत देरी हुनक मन गडद-गडद भ गेलैने . ओ कह्लैने जे की " इ थिक मिथिला वासी केर पहचान , आ पाग पहिर्ला स बाढ़ी जाइत अछि मान "
हम कहलियैक , काका किछू लोक केर कथन अछि जे की पाग मात्र उपनयन , विवाह में पहिरे वाला एक टा परिधान अछि जे की बाभन आ लाला सब मे पहिरल जाइत अछि ?
ओ कह्लैने हौ जे इ गप करैत अछि ओ पागल हेताह ?
हम कहलियैक , कका ओ सब पढ़ल लिखल आ पैघ-पैघ साहित्यकार छैथ आ विदेह सनक पत्रिका सेहो निकालैत छैथ ?
किछु काल केर उपरान्त पढुआ कका कह्लैने जे की एकटा , दूटा ओही महानुभाव केर नाम त कहक जे सब पाग केर मिथिला केर मान नहीं बुझैत अछि आ मात्र ओकरा जातिगत स जोरी रहल अछि ?
हम कहलियैक आशीष अनचिन्हार , उमेश मंडल , पूनम मंडल प्रियंका झा आ विदेह केर सम्पादक गजेन्द्र ठाकुर .
कका कह्लैने हौ अहि मे त कोनो पैघ साहित्य कार लोकनि केर नाम कहा अछि ?
कका आजुक समय केर इ सब करता धर्ता छैथ साहित्य जगत के .
हौ यदि आजुक साहित्य केर करता एहन छैथ त नहीं जानी की होयत भविष्य मे ?
हमरा सब केर समर में हरिमोहन झा , नागार्जुन , दिनकर सब सनक महान रचना कार लोकिन छलाह . से इ सब कोनो हुनका स पैघ छैथ जखन ओ लोकिन पाग पहिर अपना केर गौरवान्वित बुझैत छलाह तखन आजुक नौसिखुआ सब के की औकात ?
ओ कह्लैने हौ बाऊ ब्रह्मण एकर विरोध किअक क रहल अछि से नहीं जानी मुदा जिनकर बाप दादा कहियो पहिर्बे नहीं केने हैथ हुनका त अवस्य ने असोहाथ बुझेतैन .
ओहुना मिथिलाक गाम घर मे कहल जाइत अछि जे की " राअर केर सुख बले " .
· · · 3 hours ago
- 9 minutes ago · · 1
Umesh Mandal जगदीश प्रसाद मण्डल जीकेँ गौहाटी विद्यापति समारोहमे मुख्य अतिथि बनाओल गेलापर वैद्यनाथ बैजू आ अमलेन्दु शेखर पाठक आदि हंगामा केने रहथि, अमलेन्दु शेखर पाठक कहि रहल रहथि "सपनोमे नै सोचने हेतै", एकर वीडियो देखू www.purvottarmaithil.org पर
प्रचण्ड प्रयोग कएलथि नया हथियार- मधेसी मोर्चा बेवकुफ बनए लेल भऽ गेल तैयार (रिपोर्ट प्रमोद रंगिले)
जनकपुरधाम:
एकीकृत नेकपा माओवादीक अध्यक्ष प्रचण्ड प्रधानमन्त्रीक लेल मधेसी मोर्चा नीक रहत, बतौलन्हि अछि। राष्ट्रपति डा. रामवरण यादव प्रधानमन्त्रीक लेल सहमति करए देने दोसरका अल्टीमेटम सेहो अहिना समाप्त भेलाक बाद तथा कांग्रेस दिस सँ प्रधानमन्त्रीक लेल अपन उम्मेदवार श’सील कोइरालाकेँ खड़ा करौलाक बाद प्रचण्डक एहन अभिव्यक्ति आएल अछि। ओना तँ माओवादी सँ हरेक काम पुछिकऽ करएबला मधेसी मोर्चा दिससँ प्रधानमन्त्रीक प्रस्ताव माओवादी अहिसँ पहिनहु आएल छल मुदा प्रधानमन्त्रीक लेल प्रस्तावित भेल गच्छदारक भूमिका मधेसी मोर्चामे नीक नै रहलासँ हुनकर नाम बादमे बिसराओल गेल छलै। माओवादीकेँ नाया हथियारक रुपमे प्रयोग होबएबला मोर्चा दिससँ नाया प्रस्ताव तमलोपाक अध्यक्ष महन्थ ठाकुरक नाम आएल अछि। ओना तँ चुनावेमे हार पौने ठाकुर एखन धरि नै मधेसक लेल किछु कएने छथि नै तँ किछु बजने छथि। एहन अवस्थामे प्रधानमन्त्रीक लड्डू पौनाइ कोनो छोट बात नइ अछि। यदि गप्प कएल जाए राष्ट्रपतिकेँ अल्टिमटमकेँ तँ ओहन अल्टीमेटम कतेक बितल, अइके गणना नइ कएल जा सकैए। बेर-बेर संविधान बनाबएकेँ समए बढ़ैत-बढ़ैत संविधान सभे विघटन भऽ गेल मुदा एखनो धरि नइ दल सभमे कोनो किसीमके कनीको लाज लागल नै बुझि पड़ैत अछि। एम्हर प्रधानमन्त्रीक लेल राष्ट्रपति समक्ष निवेदन देने किसोरी महतो मौकामे चौका मारए लेल एकदम तैयार बैसल छथि। राष्ट्रपतिक दोसरो देल गेल सहमतिक समए बितलाक बाद अदालत निवेदक महतोकेँ प्रधानमन्त्री किए नइ बनाओल गेल, ओही केँ लेल स्पष्टीकरण मंगलक अछि। एक दिससँ देखल जाए तँ राष्ट्रपति रामवरण यादव सेहो कम मजबूर नइ छथि। संविधान सभाक देहावसान भेलाक बाद संसदीय पद्धति द्वारा बनाओल गेल राष्ट्रपतिकेँ सेहो कोनो अधिकार नै रहत, से धमकी प्रमुख दलक प्रमुख नेता सभसँ अएलाक बाद चुलबुल पाण्डे जी चुलबुल करनाइए बन्द कए देने छथि। आब जेना लगैए, देशक एहन अवस्थामे निकास निकालयके लेल किनको दबंग बनहिटा पड़त। नइ तँ नेपाल विश्वक भ्रष्ट मुलुकमे ३७ अम स्थान मात्रे नइ, नम्बर एक बनैत देर नइ लागत। बिना संविधानक चलि रहल देशकेँ अफगानिस्तान बनैत देर नइ लागत। मधेसक मुक्तिक लेल सशस्त्र भूमिगत रुपमे युद्ध कऽ रहल मोर्चा सभकेँ नेपाल सरकार किछे महिना पहिले वार्तामे आबए, आवहन कएने छलथि। मुदा जखन ई मोर्चा सभ वार्तामे अएलथि तखन सरकारकेँ कोनो मतलब नइ देखल जा रहल अछि। मधेसीक नेता सभ ई सभ देखिओ कऽ चुप्पी किए सधने छै? कहीं फेरसँ देश द्वन्द्वमे नइ फँसि जाइक। यदि एहन भेल तँ अहिके जिम्मेवार यएह दल सभ रहत। दोसर दिस प्रचण्ड सँ अलग भेल माओवादी दल वैध पक्षधर नेकपा– माओवादी देशकेँ जल्दीए निकास नइ निकालत तँ हम सभ फेर सशस्त्र युद्ध करए जंगल ढुकब, जेहन चेतावनी बेर-बेर दऽ चुकल अछि। एहन अवस्थामे नेता सभकेँ इमानदार बननाइ जरुरी रहल अछि। पड़ोसी देश भारतक राज्य बिहारक उदाहरण देखाबएबला नेपाली नेता सभ एखन बिहारक तरक्कीक उदाहरण सेहो देखौक आ सिखाबौक। किएक तँ नेता सभक नौटंकी करए स्थल नेपालकेँ बनाओत तँ जनता किन्नहु नै स्वीकार करत। ध्यान दिअ।
Friday, December 14, 2012
रा.रा.ब.मे विद्यापति पर्व समारोह मैथिली पढएवाला विद्यार्थीक संख्या बढब प्रसन्नताक बात ः पोखरेल (रिपोर्ट सुजीत कुमार झा)
जनकपुरधाम, अगहन २८ ।
मैथिली भाषाक महाकवि विद्यापतिक स्मृति दिवस जनकपुरक रामस्वरुप रामसागर बहुमुखी क्याम्पसक प्राङ्गणमे वृहस्पतिदिन सम्पन्न भेल अछि । ओ समारोहमे विद्यापतिक व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा कएल गेल छल ।
मैथिली विभाग द्वारा आयोजित ओ समारोहमे वक्तासभ मैथिलीक विकासक लेल सरकारके विशेष योजना अनाए माँग कएने छल । समारोहमे प्रमुख अतिथिक आसनसँ बजैत त्रिभुवन विश्वविद्यालय अन्तरर्गतक मानविकी तथा समाज शास्त्रक डिन चिन्तामणी पोखरेल कहलन्हि मैथिलीक विकास सहज रुपसँ भऽ रहल अछि । एकर उदाहरण मैथिली पढएवालाके क्याम्पससभमे वृद्धि होएब रहल अछि ।
कोनो भाषाके रोजीरोटीसँ जोडलाक बादे ओकर विकास होइत अछि ई सत्यके बुझैत एहिक लेल काज करएके आवश्यकता रहल हुनक कथन छल । ओ त्रिभुवन विश्वविद्यालय मैथिली विभागके आगा बढब देखए चाहि रहल अछि उल्लेख कएलन्हि ।
समारोहमे मैथिलीक वरिष्ठ साहित्यकार डा. राजेन्द्र विमल कार्यपत्र प्रस्तुत करैत मैथिलीक बाधक मैथिल सभ सेहो रहल स्वीकार कएलन्हि । अपन अधिकारक लेल मैथिल सभके आवाज उठाबएके ओ माँग कएलन्हि ।
संगीत नाट्य प्रज्ञा प्रतिष्ठानक प्राज्ञ रमेश रञ्जन झा प्राथमिक विद्यालयसँ एमएधरि मैथिलीके पढाई शुरु करबाक माँग कएलन्हि । सँगहि ओ डिग्री बाटएके परम्परा अन्त करबाक माँग सेहो कएलन्हि अछि ।
वरिष्ठ साहित्यकार डा. रेवती रमण लाल रामस्वरुप रामसागर बहुमुखी क्याम्पसके मैथिलीके दृष्टिसँ नमूना क्याम्पस बनाबए आग्रह कएलन्हि अछि ।
मिथिला नाट्यकला परिषदक अध्यक्ष सुनिल मल्लिक सेहो बाहरसँ जनकपुर आबएवाला लोकके राराब क्याम्पसमे पुरो मैथिलीके झलक भेटैक तेहन योजना आनए क्याम्पस प्रशासनके सल्लाह देलन्हि अछि ।
नेकपा माओवादीक मिथिला क्षेत्रक सचिव रोशन जनकपुरी मैथिली विकासक लेल युवा सभके जागरुक करबाक आवश्यकता उपर जोड देलन्हि अछि ।
तहिना क्याम्पसमे मुह देखि कऽ पाठ्यक्रम निर्माण करबाक प्रवृति समाप्त करबाक माँग कएलन्हि अछि ।
समारोहमे रामस्वरुप रामसागर बहुमुखी क्याम्पसक क्याम्पस प्रमुख विष्णुदेव यादव मैथिली विकासमे डा. धीरेन्द्रक योगदानके स्मरण करैत ओहन व्यक्तित्व सभके आवश्यकता रहल उल्लेख कएलन्हि ।
पं्राध्यापक संघ राराब क्याम्पस इकाई कमिटीक सभापति अनिल साह मैथिली लेखनके सभ पढि सकैक, सभ बुझि सकैक एहन भाषा बनाबएके माँग कएलन्हि अछि ।
कार्यक्रम मैथिली विभागक विभागा प्रमुख परमेश्वर कापडिक सभापतित्वमे भेल छल । कार्यक्रममे धीरेन्द्रक कविता संग्रह छिरियाएल फुलके विमोचन कएल गेल । तहिना शास्त्रीय गायक रामसोभित राउतके ओ समारोहमे सम्मान कएल गेल ।
Wednesday, December 12, 2012
विदेह भाषा सम्मान 2012-13 अनुवाद पुरस्कार 2013, युवा पुरस्कार 2012 आ 2013 फेलो (समग्र योगदान) क लेल विदेह सम्मानक घोषणा
विदेह भाषा सम्मान 2012-13
अनुवाद पुरस्कार 2013, युवा
पुरस्कार 2012 आ 2013 फेलो (समग्र योगदान) क लेल विदेह सम्मानक घोषणा
2013 फेलो (समग्र योगदान)क विदेह सम्मान- श्री
राजनन्दन लालदास केँ।
युवा पुरस्कार 2012- श्रीमति ज्योति सुनीत
चौधरीकेँ “अर्चिस” कविता-हाइकू संग्रह
लेल।
अनुवाद पुरस्कार 2013- श्री नरेश कुमार विकलकेँ मराठी
उपन्यास “ययाति”क मैथिली अनुवाद
लेल।
मूल पुरस्कार 2012 आ बाल साहित्य पुरस्कार 2012 लेल विदेह सम्मानक
घोषणा पहिनहिये भ’ गेल अछि।
विदेह भाषा सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक
रूपमे प्रसिद्ध)
1.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी फेलो पुरस्कार 2012
2012 श्री राजनन्दन
लाल दास (समग्र योगदान
लेल)
2.विदेह भाषा
सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक रूपमे प्रसिद्ध)
२०१२ बाल साहित्य
पुरस्कार - श्री जगदीश
प्रसाद मण्डल केँ “तरेगन” बाल प्रेरक विहनि कथा संग्रह
२०१२ मूल पुरस्कार - श्री राजदेव मण्डलकेँ
"अम्बरा" (कविता संग्रह) लेल।
2012 युवा पुरस्कार- श्रीमती ज्योति सुनीत
चौधरीक “अर्चिस” (कविता संग्रह)
2013 अनुवाद
पुरस्कार- श्री नरेश कुमार
विकल "ययाति" (मराठी उपन्यास श्री विष्णु सखाराम खाण्डेकर)
विदेह सम्मान
"ऐ मासक सभसँ नीक समदिया"
नवम्बर २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री सुजीत कुमार झा - नवम्बर २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री सुजीत कुमार झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/11/blog-post_6685.html लेल देल गेल अछि ।
अक्टूबर २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री प्रभात राय भट्ट - अक्टूबर २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री प्रभात राय भट्ट केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/10/blog-post_14.html लेल देल गेल अछि ।
सितम्बर २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री कैलाश कुमार दास - सितम्बर २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री कैलाश कुमार दास केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/09/blog-post_9114.html लेल देल गेल अछि ।
अगस्त २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री देवेन्दु कुमार झा - अगस्त २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री देवेन्दु कुमार झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/08/blog-post_656.html लेल देल गेल अछि ।
जुलाइ २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री सुजीत कुमार झा - जुलाइ २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री सुजीत कुमार झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/07/blog-post_6412.html लेल देल गेल अछि ।
जून २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री रूपेश कुमार झा "त्योँथ" - जून २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री रूपेश कुमार झा "त्योँथ" केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/06/blog-post_04.html लेल देल गेल अछि ।
मइ २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री अमरनाथ झा - मइ २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री अमरनाथ झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/05/blog-post_21.html लेल देल गेल अछि ।
अप्रैल २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री नवेन्दु कुमार झा - अप्रैल २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री नवेन्दु कुमार झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/04/blog-post_389.html लेल देल गेल अछि ।
मार्च २०१२ क सभसँ नीक समदिया - श्री आशीष अनचिन्हार - मार्च २०१२ क सभसँ नीक समदिया- मार्च २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री आशीष अनचिन्हार केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/03/blog-post_8433.html लेल देल गेल अछि ।
फरबरी २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री सरफराज सिद्दीक पप्पू फरबरी २०१२ क सभसँ नीक समदिया- फरबरी २०१२ क सभसँ नीक समदिया श्री सरफराज सिद्दीक पप्पूकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/02/blog-post_05.html लेल देल गेल अछि।
जनवरी २०१२ क सभसँ नीक समदिया नवेन्दु कुमार झा
जनवरी २०१२ क सभसँ नीक समदिया- नवेन्दु कुमार झा केँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.in/2012/01/blog-post_3943.html लेल देल गेल अछि।
दिसम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया राम भरोस कापड़ि भ्रमर
दिसम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया- राम भरोस कापड़ि भ्रमरकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.com/2011/12/blog-post_4671.html लेल देल गेल अछि।
नवम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया विनीत उत्पल
नवम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया- विनीत उत्पलकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.com/2011/11/vinit-utpals-rti-application-dated.html लेल देल गेल अछि।
अक्टूबर २०११ क सभसँ नीक समदिया एक बेर फेरसँ नवेन्दु कुमार झा
अक्टूबर २०११ क सभसँ नीक समदिया- एक बेर फेरसँ नवेन्दु कुमार झाकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.com/2011/10/blog-post_14.html लेल देल गेल अछि।
सितम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया-नवेन्दु कुमार झा
सितम्बर २०११ क सभसँ नीक समदिया- नवेन्दु कुमार झाकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर पोस्ट http://esamaad.blogspot.com/2011/09/blog-post_01.html लेल देल गेल अछि।
अगस्त २०११ क सभसँ नीक समदिया- उदय चटर्जी
अगस्त २०११ क सभसँ नीक समदिया- उदय चटर्जीकेँ चुनल गेल छन्हि। हुनका ई सम्मान हुनकर मिथिलाक विकाससँ सम्बन्धित समाद http://esamaad.blogspot.com/2011/08/blog-post_26.html लेल देल गेल छन्हि।
विदेह सम्मान
-मैथिली नाटक/ संगीत/ कला/ मूर्तिकला/ फिल्मक समानान्तर दुनियाँक अभिलेखन आ सम्मान सेहो हएत विदेह सम्मानक घोषणा द्वारा
-ई घोषणा दिसम्बरक अन्त वा जनवरी २०१३ मे हएत
-मैथिली नाटक/ संगीत/ कला/ मूर्तिकला/ फिल्मक समानान्तर दुनियाँक अभिलेखन आ सम्मान कएल जाएत
-विदेह नाट्य उत्सव २०१३ क अवसरपर प्रदान कएल जाएत ई सम्मान।"
विदेह सम्मान
["पूनम मंडल आ प्रियंका झाक मैथिली न्यूज पोर्टल।
-अगस्त २०११ सँ सभ मास "ऐ मासक सभसँ नीक समदिया" सम्मानक घोषणा कएल जा रहल अछि
-समदिया- पूनम मंडल आ प्रियंका झाक मैथिली न्यूज पोर्टल। विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA सम्पादक-सूचना-सम्पर्क-समाद पूनम मंडल आ प्रियंका झा। - द्वारा "ऐ मासक सभसँ नीक समदिया"क घोषणा सभ मास भऽ रहल अछि
- सालक अन्तमे "सर्वश्रेष्ठ मैथिली पत्रकारिता" लेल ऐ १२ टा देल सम्मानमे सँ सर्वश्रेष्ठ "श्री नवेन्दु कुमार झा" केँ पहिल "विदेह पत्रकारिता सम्मान" देल जएबाक घोषणा भेल।
-अगस्त २०१३ मे हएत दोसर "विदेह पत्रकारिता सम्मान"क घोषणा।
विदेह सम्मान
समदिया- पूनम मंडल आ प्रियंका झाक मैथिली न्यूज पोर्टल।विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA सम्पादक-सूचना-सम्पर्क-समाद पूनम मंडल आ प्रियंका झा।
अपन इलाकाक कोनो समाचार ऐ अन्तर्जाल (http://esamaad.blogspot.com/)पर देबा लेल , समाचार poonamberma@gmail.com वा priyanka.rachna.jha@gmail.com पर पठाउ वा एतए http://www.facebook.com/groups/samadiya/ फेसबुकपर राखू।"]
नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक सदस्यता (नेपाल देशक भाषा-साहित्य, दर्शन, संस्कृति आ सामाजिक विज्ञानक क्षेत्रमे सर्वोच्च सम्मान)
नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक सदस्यता
श्री राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' (2010)
श्री राम दयाल राकेश (1999)
श्री योगेन्द्र प्रसाद यादव (1994)
नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान मानद सदस्यता
स्व. सुन्दर झा शास्त्री
नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान आजीवन सदस्यता
श्री योगेन्द्र प्रसाद यादव
फूलकुमारी महतो मेमोरियल ट्रष्ट काठमाण्डू, नेपालक सम्मान
फूलकुमारी महतो मैथिली साधना सम्मान २०६७ - मिथिला नाट्यकला परिषदकेँ
फूलकुमारी महतो मैथिली प्रतिभा पुरस्कार २०६७ - सप्तरी राजविराजनिवासी श्रीमती मीना ठाकुरकेँ
फूलकुमारी महतो मैथिली प्रतिभा पुरस्कार २०६७ -बुधनगर मोरङनिवासी दयानन्द दिग्पाल यदुवंशीकेँ
-वि.सं. २०६७ प्राज्ञ रामभरोस कापड़ि भ्रमर
विद्यापति पुरस्कार कोषक पुरस्कार- मैथिली भाषा, साहित्य, कला संस्कृतिक लेल नेपाल सरकार द्वारा स्थापित नेपालमे सभसँ बड़का राशिक पुरस्कार।
विद्यापति पुरस्कार कोषक लेल विभिन्न पाँच विद्यामे २०१२ (२०६८ कातिक १८ गते नेपाल सरकार एक करोड रुपैयाक विद्यापति पुरस्कार कोषक स्थापना कएने छल, तकरा बाद र्इ पुरस्कार पहिल वेर देल जा रहल अछि।)
दु लाखक नेपाल विद्यापति मैथिली भाषा साहित्य पुरस्कार मैथिलीक वरिष्ठ साहित्यकार डा. राजेन्द्र विमलकेँ।
एक लाखक नेपाल विद्यापति मैथिली कला संस्कृति पुरस्कार शहीद रंजु झाकेँ
एक लाखक नेपाल विद्यापति मैथिली अनुसन्धान पुरस्कार डा. रामावतार यादवकेँ
एक लाखक नेपाल विद्यापति मैथिली पाण्डुलिपी पुरस्कार साहित्यकार परमेश्वर कापडिकेँ
एक लाखक नेपाल विद्यापति मैथिली अनुबाद पुरस्कार डा. रामदयाल राकेशकेँ
.........
2012 क विद्यापति स्मृति दिवसक अवसरपर नेपाल सरकार द्वारा गठित विद्यापति पुरस्कार कोषक पुरस्कार सभक घोषणा -दू लाखक विद्यापति पुरस्कार रामभरोस कापड़ि भ्रमरकेँ -एक एक लाखक चारिटा पुरस्कार- मैथिली कला संस्कृति पुरस्कार महेन्द्र मलंगियाकेँ, मैथिली अनुसंधान पुरस्कार डा. योगेन्द्र प्रसाद यादवकेँ, मैथिली अनुवाद पुरस्कार पंडित सूर्यकान्त झा आ मैथिली पाण्डुलिपि पुरस्कार विराटनगरक राम नारायण सुधाकरकेँ।
साहित्य अकादेमी फेलो- भारत देशक सर्वोच्च साहित्य सम्मान (मैथिली)
१९९४-नागार्जुन (स्व. श्री वैद्यनाथ मिश्र “यात्री” १९११-१९९८ ) , हिन्दी आ मैथिली कवि।
२०१०- चन्द्रनाथ मिश्र अमर (१९२५- ) - मैथिली साहित्य लेल।
साहित्य अकादेमी भाषा सम्मान ( क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य आ गएर मान्यताप्राप्त भाषा लेल):-
२०००- डॉ. जयकान्त मिश्र (क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य लेल।)
२००७- पं. डॉ. शशिनाथ झा (क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य लेल।)
पं. श्री उमारमण मिश्र
साहित्य अकादेमीक टैगोर साहित्य पुरस्कार
२०११- जगदीश प्रसाद मण्डल (गामक जिनगी, लघु कथा संग्रह)
साहित्य अकादेमी पुरस्कार- मैथिली
१९६६- यशोधर झा (मिथिला वैभव, दर्शन)
१९६८- यात्री (पत्रहीन नग्न गाछ, पद्य)
१९६९- उपेन्द्रनाथ झा “व्यास” (दू पत्र, उपन्यास)
१९७०- काशीकान्त मिश्र “मधुप” (राधा विरह, महाकाव्य)
१९७१- सुरेन्द्र झा “सुमन” (पयस्विनी, पद्य)
१९७३- ब्रजकिशोर वर्मा “मणिपद्म” (नैका बनिजारा, उपन्यास)
१९७५- गिरीन्द्र मोहन मिश्र (किछु देखल किछु सुनल, संस्मरण)
१९७६- वैद्यनाथ मल्लिक “विधु” (सीतायन, महाकाव्य)
१९७७- राजेश्वर झा (अवहट्ठ: उद्भव ओ विकास, समालोचना)
१९७८- उपेन्द्र ठाकुर “मोहन” (बाजि उठल मुरली, पद्य)
१९७९- तन्त्रनाथ झा (कृष्ण चरित, महाकाव्य)
१९८०- सुधांशु शेखर चौधरी (ई बतहा संसार, उपन्यास)
१९८१- मार्कण्डेय प्रवासी (अगस्त्यायिनी, महाकाव्य)
१९८२- लिली रे (मरीचिका, उपन्यास)
१९८३- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (मैथिली पत्रकारिताक इतिहास)
१९८४- आरसी प्रसाद सिंह (सूर्यमुखी, पद्य)
१९८५- हरिमोहन झा (जीवन यात्रा, आत्मकथा)
१९८६- सुभद्र झा (नातिक पत्रक उत्तर, निबन्ध)
१९८७- उमानाथ झा (अतीत, कथा)
१९८८- मायानन्द मिश्र (मंत्रपुत्र, उपन्यास)
१९८९- काञ्चीनाथ झा “किरण” (पराशर, महाकाव्य)
१९९०- प्रभास कुमार चौधरी (प्रभासक कथा, कथा)
१९९१- रामदेव झा (पसिझैत पाथर, एकांकी)
१९९२- भीमनाथ झा (विविधा, निबन्ध)
१९९३- गोविन्द झा (सामाक पौती, कथा)
१९९४- गंगेश गुंजन (उचितवक्ता, कथा)
१९९५- जयमन्त मिश्र (कविता कुसुमांजलि, पद्य)
१९९६- राजमोहन झा (आइ काल्हि परसू, कथा संग्रह)
१९९७- कीर्ति नारायण मिश्र (ध्वस्त होइत शान्तिस्तूप, पद्य)
१९९८- जीवकान्त (तकै अछि चिड़ै, पद्य)
१९९९- साकेतानन्द (गणनायक, कथा)
२०००- रमानन्द रेणु (कतेक रास बात, पद्य)
२००१- बबुआजी झा “अज्ञात” (प्रतिज्ञा पाण्डव, महाकाव्य)
२००२- सोमदेव (सहस्रमुखी चौक पर, पद्य)
२००३- नीरजा रेणु (ऋतम्भरा, कथा)
२००४- चन्द्रभानु सिंह (शकुन्तला, महाकाव्य)
२००५- विवेकानन्द ठाकुर (चानन घन गछिया, पद्य)
२००६- विभूति आनन्द (काठ, कथा)
२००७- प्रदीप बिहारी (सरोकार, कथा)
२००८- मत्रेश्वर झा (कतेक डारि पर, आत्मकथा)
२००९- स्व.मनमोहन झा (गंगापुत्र, कथासंग्रह)
२०१०-श्रीमति उषाकिरण खान (भामती, उपन्यास)
२०११- श्री उदयचन्द्र झा "विनोद" (अपक्ष, कविता संग्रह)
साहित्य अकादेमी मैथिली अनुवाद पुरस्कार
१९९२- शैलेन्द्र मोहन झा (शरतचन्द्र व्यक्ति आ कलाकार-सुबोधचन्द्र सेन, अंग्रेजी)
१९९३- गोविन्द झा (नेपाली साहित्यक इतिहास- कुमार प्रधान, अंग्रेजी)
१९९४- रामदेव झा (सगाइ- राजिन्दर सिंह बेदी, उर्दू)
१९९५- सुरेन्द्र झा “सुमन” (रवीन्द्र नाटकावली- रवीन्द्रनाथ टैगोर, बांग्ला)
१९९६- फजलुर रहमान हासमी (अबुलकलाम आजाद- अब्दुलकवी देसनवी, उर्दू)
१९९७- नवीन चौधरी (माटि मंगल- शिवराम कारंत, कन्नड़)
१९९८- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (परशुरामक बीछल बेरायल कथा- राजशेखर बसु, बांग्ला)
१९९९- मुरारी मधुसूदन ठाकुर (आरोग्य निकेतन- ताराशंकर बंदोपाध्याय, बांग्ला)
२०००- डॉ. अमरेश पाठक, (तमस- भीष्म साहनी, हिन्दी)
२००१- सुरेश्वर झा (अन्तरिक्षमे विस्फोट- जयन्त विष्णु नार्लीकर, मराठी)
२००२- डॉ. प्रबोध नारायण सिंह (पतझड़क स्वर- कुर्तुल ऐन हैदर, उर्दू)
२००३- उपेन्द दोषी (कथा कहिनी- मनोज दास, उड़िया)
२००४- डॉ. प्रफुल्ल कुमार सिंह “मौन” (प्रेमचन्द की कहानी-प्रेमचन्द, हिन्दी)
२००५- डॉ. योगानन्द झा (बिहारक लोककथा- पी.सी.राय चौधरी, अंग्रेजी)
२००६- राजनन्द झा (कालबेला- समरेश मजुमदार, बांग्ला)
२००७- अनन्त बिहारी लाल दास “इन्दु” (युद्ध आ योद्धा-अगम सिंह गिरि, नेपाली)
२००८- ताराकान्त झा (संरचनावाद उत्तर-संरचनावाद एवं प्राच्य काव्यशास्त्र-गोपीचन्द नारंग, उर्दू)
२००९- भालचन्द्र झा (बीछल बेरायल मराठी एकाँकी- सम्पादक सुधा जोशी आ रत्नाकर मतकरी, मराठी)
२०१०- डॉ. नित्यानन्द लाल दास ( "इग्नाइटेड माइण्ड्स" - मैथिलीमे "प्रज्वलित प्रज्ञा"- डॉ.ए.पी.जे. कलाम, अंग्रेजी)
२०११- श्री खुशीलाल झा (उपरवास कथात्रयी, रघुवीर चौधरीक गुजराती उपन्यास)
साहित्य अकादेमी मैथिली बाल साहित्य पुरस्कार
२०१०-तारानन्द वियोगीकेँ पोथी "ई भेटल तँ की भेटल" लेल
२०११- ले.क. मायानाथ झा "जकर नारी चतुर होइ" लेल
२०१२- मुरलीधर झा (पिलपिलहा गाछ, अ-बाल साहित्य, पैघ लोक लेल कथाक संग्रह लेल)
२०१२- मुरलीधर झा (पिलपिलहा गाछ, अ-बाल साहित्य, पैघ लोक लेल कथाक संग्रह लेल)
साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार
२०११- श्री आनन्द कुमार झा (हठात परिवर्तन, नाटक)
प्रबोध सम्मान
प्रबोध सम्मान 2004- श्रीमति लिली रे (1933- )
प्रबोध सम्मान 2005- श्री महेन्द्र मलंगिया (1946- )
प्रबोध सम्मान 2006- श्री गोविन्द झा (1923- )
प्रबोध सम्मान 2007- श्री मायानन्द मिश्र (1934- )
प्रबोध सम्मान 2008- श्री मोहन भारद्वाज (1943- )
प्रबोध सम्मान 2009- श्री राजमोहन झा (1934- )
प्रबोध सम्मान 2010- श्री जीवकान्त (1936- )
प्रबोध सम्मान 2011- श्री सोमदेव (1934- )
प्रबोध सम्मान 2012- श्री चन्द्रभानु सिंह (१९२२- )
श्री रामलोचन ठाकुर (१९४९- )
यात्री-चेतना पुरस्कार
२००० ई.- पं.सुरेन्द्र झा “सुमन”, दरभंगा;
२००१ ई. - श्री सोमदेव, दरभंगा;
२००२ ई.- श्री महेन्द्र मलंगिया, मलंगिया;
२००३ ई.- श्री हंसराज, दरभंगा;
२००४ ई.- डॉ. श्रीमती शेफालिका वर्मा, पटना;
२००५ ई.-श्री उदय चन्द्र झा “विनोद”, रहिका, मधुबनी;
२००६ ई.-श्री गोपालजी झा गोपेश, मेंहथ, मधुबनी;
२००७ ई.-श्री आनन्द मोहन झा, भारद्वाज, नवानी, मधुबनी;
२००८ ई.-श्री मंत्रेश्वर झा, लालगंज,मधुबनी
२००९ ई.-श्री प्रेमशंकर सिंह, जोगियारा, दरभंगा
२०१० ई.- डॉ. तारानन्द वियोगी, महिषी, सहरसा
२०११ ई.- डॉ. राम भरोस कापड़ि भ्रमर (जनकपुर)
भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
युवा पुरस्कार (२००९-१०) गौरीनाथ (अनलकांत) केँ मैथिली लेल।
भारतीय भाषा संस्थान (सी.आइ.आइ.एल.) , मैसूर रामलोचन ठाकुर:- अनुवाद लेल भाषा-भारती सम्मान २००३-०४ (सी.आइ.आइ.एल., मैसूर) जा सकै छी, किन्तु किए जाउ- शक्ति चट्टोपाध्यायक बांग्ला कविता-संग्रहक मैथिली अनुवाद लेल प्राप्त। रमानन्द झा 'रमण':- अनुवाद लेल भाषा-भारती सम्मान २००४-०५ (सी.आइ.आइ.एल., मैसूर) छओ बिगहा आठ कट्ठा- फकीर मोहन सेनापतिक ओड़िया उपन्यासक मैथिली अनुवाद लेल प्राप्त।
साहित्य, नाटक, गीत, संगीत, नृत्य, मूर्तिकला, शिल्प आ चित्रकला क्षेत्रमे विदेह सम्मान २०१२ क घोषणा
विदेह सम्मान
विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी सम्मान
१.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी फेलो पुरस्कार २०१०-११
२०१० श्री गोविन्द झा (समग्र योगदान लेल)
२०११ श्री रमानन्द रेणु (समग्र योगदान लेल)
२.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कार २०११-१२
२०११ मूल पुरस्कार- श्री जगदीश प्रसाद मण्डल (गामक जिनगी, कथा संग्रह)
२०११ बाल साहित्य पुरस्कार- ले.क. मायानाथ झा (जकर नारी चतुर होइ, कथा संग्रह)
२०११ युवा पुरस्कार- आनन्द कुमार झा (कलह, नाटक)
२०१२ अनुवाद पुरस्कार- श्री रामलोचन ठाकुर- (पद्मानदीक माझी, बांग्ला- मानिक बंद्योपाध्याय, उपन्यास बांग्लासँ मैथिली अनुवाद)
विदेह भाषा सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक रूपमे प्रसिद्ध)
1.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी फेलो पुरस्कार 2012
2012 श्री राजनन्दन लाल दास (समग्र योगदान लेल)
2.विदेह भाषा सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक रूपमे प्रसिद्ध)
२०१२ बाल साहित्य पुरस्कार - श्री जगदीश प्रसाद मण्डल केँ “तरेगन” बाल प्रेरक विहनि कथा संग्रह
२०१२ मूल पुरस्कार - श्री राजदेव मण्डलकेँ "अम्बरा" (कविता संग्रह) लेल।
2012 युवा पुरस्कार- श्रीमती ज्योति सुनीत चौधरीक “अर्चिस” (कविता संग्रह)विदेह भाषा सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक रूपमे प्रसिद्ध)
1.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी फेलो पुरस्कार 2012
2012 श्री राजनन्दन लाल दास (समग्र योगदान लेल)
2.विदेह भाषा सम्मान २०१२-१३ (वैकल्पिक साहित्य अकादेमी पुरस्कारक रूपमे प्रसिद्ध)
२०१२ बाल साहित्य पुरस्कार - श्री जगदीश प्रसाद मण्डल केँ “तरेगन” बाल प्रेरक विहनि कथा संग्रह
२०१२ मूल पुरस्कार - श्री राजदेव मण्डलकेँ "अम्बरा" (कविता संग्रह) लेल।
2013 अनुवाद पुरस्कार- श्री नरेश कुमार विकल "ययाति" (मराठी उपन्यास श्री विष्णु सखाराम खाण्डेकर)
नाटक, गीत, संगीत, नृत्य, मूर्तिकला, शिल्प आ चित्रकला क्षेत्रमे विदेह सम्मान २०१२ क घोषणा
अभिनय- मुख्य अभिनय ,
सुश्री शिल्पी कुमारी, उम्र- 17 पिता श्री लक्ष्मण झा
श्री शोभा कान्त महतो, उम्र- 15 पिता- श्री रामअवतार महतो,
हास्य-अभिनय
सुश्री प्रियंका कुमारी, उम्र- 16, पिता- श्री वैद्यनाथ साह
श्री दुर्गानंद ठाकुर, उम्र- 23, पिता- स्व. भरत ठाकुर
नृत्य
सुश्री सुलेखा कुमारी, उम्र- 16, पिता- श्री हरेराम यादव
श्री अमीत रंजन, उम्र- 18, पिता- नागेश्वर कामत
चित्रकला
श्री पनकलाल मण्डल, उमेर- ३५, पिता- स्व. सुन्दर मण्डल, गाम छजना
श्री रमेश कुमार भारती, उम्र- 23, पिता- श्री मोती मण्डल
संगीत (हारमोनियम)
श्री परमानन्द ठाकुर, उम्र- 30, पिता- श्री नथुनी ठाकुर
संगीत (ढोलक)
श्री बुलन राउत, उम्र- 45, पिता- स्व. चिल्टू राउत
संगीत (रसनचौकी)
श्री बहादुर राम, उम्र- 55, पिता- स्व. सरजुग राम
शिल्पी-वस्तुकला
श्री जगदीश मल्लिक,५० गाम- चनौरागंज
मूर्ति-मृत्तिका कला
श्री यदुनंदन पंडित, उम्र- 45, पिता- अशर्फी पंडित
काष्ठ-कला
श्री झमेली मुखिया,पिता स्व. मूंगालाल मुखिया, ५५, गाम- छजना
किसानी-आत्मनिर्भर संस्कृति
श्री लछमी दास, उमेर- ५०, पिता स्व. श्री फणी दास, गाम वेरमा
विदेह मैथिली पत्रकारिता सम्मान
-२०१२ श्री नवेन्दु कुमार झा
गजल कमला-कोसी-बगमती-महानंदा सम्मान
अनचिन्हार आखर ( http://anchinharakharkolkata.blogspot.com ) द्वारा प्रायोजित "गजल कमला-कोसी-बगमती-महानंदा सम्मान" बर्ख 2011 लेल ओस्ताद सदरे आलम गौहर जीकेँ प्रदान कएल गेलैन्ह। एहि बेरुक मुख्यचयनकर्ता ओस्ताद सियाराम झा"सरस" छलखिन्ह।..
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