Monday, January 2, 2012

चंद्रभानु सिंह आ रामलोचन ठाकुरकेँ प्रबोध साहि‍त्य सम्मान-


वरि‍ष्‍ठ कवि‍ एवं गीतकार श्री चंद्रभानु सिंह-1922 आ वरिष्ठ कवि, रंगकर्मी, सम्पादक, समीक्षक श्री रामलोचन ठाकुर-1949 दुनू गोटेकेँ संयुक्‍त रूपसँ वर्ष 2012क प्रबोध साहि‍त्‍य सम्‍मान देबाक घोषणा कएल गेल अछि‍।  
ई सम्‍मान 12 फरबरी 2012केँ माहाजाति‍ सदन कोलकातामे एकटा समारोह आयोजि‍त क' दुनू गोटेकेँ प्रतीक चि‍न्‍हक संग एक-एक लाख टाका  प्रदान कएल जाएत।

श्री चंद्रभानु सिंह कोइलिया गीत सुनि  भारतक पहिल राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद हुनका गला लगा लेने रहथिन्ह |
श्री चंद्रभानु सिंह-1922, शकुन्तला, महाकाव्य लेल 2004ईं.मे साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ पुरस्‍कृत छथि‍।
श्री रामलोचन ठाकुर, जन्म 18 मार्च 1949 ई. बाबूपाली, मधुबनीमे। वरिष्ठ कवि, रंगकर्मी, सम्पादक, समीक्षक। भाषाई आन्दोलनमे सक्रिय भागीदारी। प्रकाशित कृति- इतिहासहन्ता, माटिपानिक गीत, देशक नाम छल सोन चिड़ैया, अपूर्वा (कविता संग्रह), बेताल कथा (व्यंग्य), मैथिली लोक कथा (लोककथा), प्रतिध्वनि (अनुदित कविता), जा सकै छी, किन्तु किए जाउ (अनुदित कविता), लाख प्रश्न अनुत्तरित (कविता), जादूगर (अनुवाद), स्मृतिक धोखरल रंग (संस्मरणात्मक निबन्ध), आँखि मुनने: आँखि खोलने (निबन्ध)। अनुवाद लेल भाषा-भारती सम्मान 2003-04 (सी.आइ.आइ.एल., मैसूर) जा सकै छी, किन्तु किए जाउ- शक्ति चट्टोपाध्यायक बांग्ला कविता-संग्रहक मैथिली अनुवाद लेल प्राप्त। पद्मानदीक माझी, बांग्लासँ मैथिली अनुवाद, बांग्ला-उपन्यास- मानिक बंद्योपाध्याय लेल समानान्तर साहित्य अकादेमी वि‍देह सम्‍मान-2012 सँ सम्‍मानि‍त छथि‍।

पूनम मण्‍डल

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