Thursday, December 15, 2011

विधानमंडलक शीतकालीन सत्र समाप्त, पास भेल कतेको विधेयक मधुबनी मे खुजत मिथिला चित्रकला संस्थान सह संग्रहालय-नवेंदु कुमार झा

बिहार विधानमंडलक शीतकालीन सत्र समाप्त भऽ गेल। 2 दिसम्बर सॅ 9 दिसम्बर धरि चल एहि सत्रक दरमियान बिहार विधान सभा आ बिहार विधान परिषद्क पांच-पांच बैसक भेल। सत्रक दरमियान सरकार कतेको महत्वपूर्ण काजक निपटाराक संगहि कतेको महत्वपूर्ण विधेयक पास करौलक। ऐतिहासिक बिहार लोकायुक्त विधेयक पर सदन सेहो अपन मोहर लगौलक। सदन मे सत्तारूढ़ दलक अपार बहुमतक मध्य विपक्ष धानक खरीद आ चारा घोटाला मे मुख्यमंत्रीक भूमिकाक लऽकऽ सदन केँ गर्म रखबाक प्रयास कऽ अपन उपस्थितिक दर्ज करैबाक प्रयास कयलक। छोट सत्रक बावजूद एहि सत्र मे लोकायुक्त विधेयकक अलावा बिहार भूमि दाखिल खारिज विधेयक, बिहार अपार्टमेंट स्वामित्व (संशोधन) विधेयक, बिहार नगरपालिका संशोधन विधेयक, बिहार सहकारी सोसायटी संशोधन विधेयक, भू-सर्वेक्षण आ बंदोवस्ती विधेयक, बिहार विश्व्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक आ पटना विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक सहित एगारहटा विधेयक पास कयल गेल।
बिहार विधानसभाक भेल पांच बैसक मे कुल 936 प्रश्नक सूचना भेटल छल जाहि मे 682 प्रश्न एकीकृत कयल गेल एहि मे 484 तारांकित, 176 अतारांकित आ 24 अपसूचित प्रश्न छल। स्वीकृत प्रश्न सॅ 70 प्रश्नक उत्तर देल गेल आ 90 प्रश्न केँ सभा पटल पर राखल गेल।
कुल 113 ध्यानाकर्षण प्रश्न मे से 91क उत्तरक लेल संबंधित विभाग केँ पठा देल गेल। दोसर दिस बिहार विधान परिषद्क 169म बेसक मे 471 प्रश्नक सूचना भेटल जाहि मे 429 प्रश्न स्वीकृत कयल गेल। स्वीकृत प्रश्न मे 115 प्रश्नक उत्तर देल गेल आ शेष बचल प्रश्नक उतर अगिला सत्र मे सदनक पटल पर राखल जायत। दूनू सदनक विभिन्न समितिक कतेको प्रतिवेदन सदन पटल पर राखल गेल। सत्रक दरमियान मधुबनी जिलाक लौकहा विधानसभा उपचुनाव मे विजयी भेल जदयूक सतीश कुमार साह सदनक सदस्यता ग्रहण कयलनि तऽ लोक जनशक्ति पार्टी डा. प्रमोद कुमार आ नौशाद आलम के जदयू सदस्यक रूप मे मान्यता देल गेल। दूनू सदस्य लोजपा सॅ इस्तीफा दऽ जदयू मे सम्मिलित भेल छलाह।
सत्रक दरमियान विधान परिषद् मे कला संस्कृति आ युवा विभागक मंत्री डा. सुखदा पाण्डेय जनतब देलनि जे मधुबनी मे मिथिलाचित्र कला संस्थान सह संग्रहालयक स्थापनाक लेल सैद्धांतिक रूप सॅ सहमति बनि गेल अछि। एहि संस्थान मे प्रशिक्षण, प्रदर्शनी आ संग्रहालयक व्यवस्था रहत। एहि ठाम प्रशिक्षण प्राप्त करय वालाकेँ डिग्री सेहो देल जायत। एहि सॅ पहिने परिषद मे शिक्षा मंत्री पी.के. शाही द्वारा संजय झाक प्रश्नक उत्तर देबाक क्रम मे परिषदक सभापति ताराकांत झा हस्तक्षेप करैत साहित्य आ संस्कृति केँ बचैबाक दिशा मे काज करबाक निर्देश देलनि। श्री झा कहलनि जे मिथिला संस्कृत शोध संस्थान दरभंगा मे साढ़े बारह हजार पाण्डुलिपि सड़ि रहल अछि जकरा बचैबाक आवश्यकता अछि। ओ कहलनि जे सरकार दुर्लभ पाण्डुलिपि सभक संरक्षण मे रूचि देखब। परिषद सदस्य संजय झा अपन ध्यानाकर्षणक माध्यम सॅ सरकारक ध्यान आकृष्ट करबैत कहलनि जे मिथिलाक्षर लिपि अति प्राचीन अछि। हालहि मे पटना मे उपेन्द्र महारथी शिल्प संस्थानक सफाईक दरमियान मिथिलांक्षर मे हस्तलिखित रामायण, महाभारत आ मिथिला दर्शन नामक पाण्डुलिपि भेटल अछि। मिथिलांक्षर मे होएबाक कारण किछु विशेष पता नहि चलि रहल अछि। मुदा देवनागरी लिपि मे किछु सूचना होयबा सॅ पता चलैत अछि जे ई पाण्डुलिपि अछि जे पहचानक मोहताज अछि। अपन उत्तर मे शिक्षा मंत्री कहलनि जे मिथिला संस्कृत शोध संस्थान एहि दिशा मे काज कऽ रहल अछि। आठ दशक पहिने पंडित जीवनाथ रायक मिथिलाक्षर लिपि मे लिखित पोथीक प्रकाशन कराओल जा रहल अछि।

 

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