पर्यटक स्थल बन विस्फी, महिषी पर सेहो अछि नजरि
मिथिलांचलक महापुरुष सभक जन्म स्थली केँ पर्यटन स्थलक रूप मे विकसित करबाक योजना पुरस्कार काज प्रारंभ कऽ देलक अछि। सरकारक योजना महाकवि विद्यापति आ विद्वान तथा दार्शनिक मंडन मिश्रक जन्म स्थली केँ पर्यटन स्थलक रूप मे विकसित कऽ एहि दिस पर्यटक सभ केँ विशेष रूपे विदेशी पर्यटक केँ आकर्षित करबाक योजना अछि। एहि वास्ते महाकवि विद्यापतिक जनमस्थल राजधानी पटना सॅ 110 किलोमीटर दूर मधुबनी जिलाक विस्फी मे पर्यटक काम्पलेक्स, आडियोटोरियम आ पुस्तकालय बनैबाक योजना केँ पर्यटन विभाग अंतिम रूप देलक अछि जाहि पर 47 लाख टाका खर्च होयत। विभागक सूत्रक अनुसार ई सभ पर करक लेल आधारभूत संरचना उपलब्ध करायब विभागकक प्राथमिकतामे अछि। बिहार राज्य पर्यटन निगम सेहो एहि सभ जगह दिस पर्यटक केँ आकर्षित करबाक लेल प्रयास कऽ रहल अछि। पर्यटन मंत्री सुनील सभ जन्मस्थली केँ पर्यटन स्थलक रूप मे विकसित करबाक योजना बनौलक। श्री पिन्टु जनौलनि जे विद्यापति देशक प्रख्यात व्यक्ति आ बिहारक गौरव छलाह। हुनक जन्मस्थली केँ पर्यटन स्थल बनेबाक मांग कतेको दिन सॅ भऽ रहल छल जे आब साकार भऽ रहल अछि जहिना पश्चिम बंगालक पर्यटन विभाग कवि गुरु रविन्द्र नाथ ठाकुर सॅ संबोधित स्थल सभक दिस पर्यटक केँ खींचि आमदनी अर्जित करैत अछि तहिना बिहार पर्यटन अपन योजना बनौलक अछि।
एकरा संगहि आठम शताब्दीक प्रख्यात विद्वान आ दार्शनिक मंडल मिश्रक जन्मस्थली दिस विशेष रूप सॅ विदेशी पर्यटक केँ आकर्षित करबाक लेल एहि सॅ संबंधित जनतब पर्यटन विभाग, वेबसाइट पर उपलब्ध कराओल गेल अछि। मंडन मिश्र आदि शंकराार्यक संग सहरसा जिलाक महिषि गाम मे हिन्दू दर्शन गुण दोष पर शास्त्रार्थ मे हारल छलाह। पर्यटन मंत्री जनतब देलनि जे पर्यटक सभ केँ आकर्षित करबाक लेल विभाग सहरसा मे कोसी महोत्सवक आयोजित करैत अछि आ जल्दीए आन कतेको तरहक गतिविधि प्रारंभ कयल जायत।
एहि मध्य, मधुबनी मे स्थापित होमय बाला मिथिला चित्र कला संस्थान पर संग्रहालयक लेल 3.10 एकड़ जमीनक व्यवस्था मधुबनी नगर परिषद् द्वारा कऽ लेल गेल अछि। बिहार विधान परिषद्क सभापति ताराकांत झाक कला संस्कृति मंत्री डॉ0 सुखदा पाण्डेय आ पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिन्टुक संग भेल बैसार मे एहि योजनाक स्वीकृति दऽ देल गेल। एहि संस्थानक निर्माण पर गोटेक 6 करोड़ टाका खर्च होएबाक उम्मीद अछि। ताराकांत झा जनतब देलनि अछि जे एहि संस्थान मे मिथिला चित्रकलाक एक वर्षीय डिप्लोमा आ दू वर्षीय डिग्रीक पाठ्यक्रम पढ़ाई प्रशिक्षण प्रारंभ होयत। परिसर मे निदेशक आ शिक्षक सभक नियुक्ति कयल जायत। एहि संस्थानक भवन निर्माणक लेल विशेष परियोजना प्रतिवेदन तैयार कयल जा रहल अछि।
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