Thursday, November 17, 2011

महाकवि‍ पं. लालदास जयन्‍ती समारोह- (रिपोर्ट संजीव कुमार ‘शमा’)

संजीव कुमार ‘शमा’
संजीव कुमार ‘शमा’, एम.ए. (संगीत, हिन्दी आ पत्रकारिता), एल.एल.बी., पी.एच.डी. लेल शोधरत (संगीतमे)। सम्प्रति-अधिवक्ता सिविल कोर्ट ,झंझारपुर। गाम- रतुपार, पोस्‍ट- ताजपुर, भाया- झंझारपुर, जि‍ला- मधुबनी, (बि‍हार)

 


महाकवि‍ पं. लालदास जयन्‍ती समारोह
महाकवि‍ पं. लालदास जयन्‍ती समारोह आयोजन समि‍ति‍, खड़ौआ द्वारा पं. लालदासक 155म जयन्‍ती समारोह स्‍थानीय लालदास उच्‍चतर माध्‍यमि‍क वि‍द्यालय प्राङणमे समारोहपूर्वक 02/11/2011केँ मनाओल गेल। समारोहक वि‍शि‍ष्‍ठ अति‍थि‍ जि‍ला उपवि‍कास आयुक्‍त श्री ओमप्रकाश राय, मुख्‍य अति‍थि‍ अवकाश प्राप्‍त शि‍क्षक श्री हरि‍नारायण झा, आयोजन समि‍ति‍ सह कार्यक्रमक अध्‍यक्ष क्षारखण्‍ड वि‍द्युत बोर्डक पूर्व चेअरमैन डॉ. हरि‍वंश लाल संयुक्‍त रूपसँ महाकवि‍क प्रति‍मापर पुष्‍प  अर्पण आ दीप प्रज्‍वलन कऽ समारोहक उद्घाटन केलनि‍। कार्यक्रमक शुभारंभ वंदनाक स्‍वागत गीतसँ भेल तत्‍पश्चात भी.डी.एस.एच संगीत महावि‍द्यालय झंझापुरक छात्र देवेन्‍द्र महतो पं. लालदास रचि‍त मङल गीत- ‘जय जय गि‍रि‍जा तनय गणेश’ गौलनि‍। जकर धुन श्रीमती अंजना शमा देने रहथि‍। वि‍शि‍ष्‍ट अति‍थि‍ श्री राय अपन उद्घाटन भाषणमे उद्गार व्‍यक्‍त  करैत बजलाह जे मि‍थि‍लाक माटि‍ स्‍वनामधन्‍य अछि‍। ऐठाम अदौसँ वि‍द्वानक परंपरा रहल अछि‍। अपन अध्‍यक्षीय भाषणमे डॉ. एच.वी. लाल कहलनि‍ जे महाकवि‍ जन्‍मसँ नै अपि‍तु कर्मसँ पांडि‍त्‍यकेँ चरि‍तार्थ केलनि‍। ओ कहलनि‍ जे हम सभ हुनक व्‍यक्‍तित्‍व आ कृति‍त्‍वसँ कृतार्थ छी। समारोहक मुख्‍य अति‍थि‍ श्री झा जयंती समारोह मनेबा लेल आयोजन समि‍ति‍केँ साधुवाद दैत कहलनि‍ जे पंडि‍तजीक जयन्‍ती मनौलासँ नव पीढ़ीकेँ हुनकर जीवन आदर्शसँ ना दि‍शा भेटतनि‍। ऐ अवसरपर पंडि‍त लालदास कृत मैथि‍ली पद्मय पोथी ‘महेश्वर वि‍नोद’क वि‍मोचन वि‍शि‍ष्‍ट अति‍थि‍, मुख्‍य  अति‍थि‍ आ मंचासीन सम्‍मानि‍त अति‍थि‍ लोकनि‍ द्वारा भेल। सभ अति‍थि‍ लोकनि‍केँ फूलक मालासँ सम्‍मानि‍त कएल गेलनि‍। ऐ अवसरपर ‘वि‍देह साहि‍त्‍य आन्‍दोलन’क वैनर तले मैथि‍ली पोथी प्रदर्शनी सेहो छल।
वि‍शि‍ष्‍ट अति‍थि‍क वि‍शेष आग्रहपर कवि‍ संगोष्‍ठीक आयोजन प्रथमे सत्रमे कएल गेल। जकर अध्‍यक्षता डॉ. उदय चन्‍द्र झा ‘वि‍नोद’ आ संचालन डाॅ. फूलचन्‍द्र झा ‘प्रवीण’क छल। संगोष्‍ठीमे जतए डॉ. अशोक कुमार मेहता, कल्‍प कवि‍ डॉ. उमेश नारायण कर्ण, डॉ. बुूचरू पासवान, मो. गुल हसन, श्री रामदेव प्रसाद मण्‍डल ‘झारूदार’ श्री चन्द्रेश, श्री शशि‍कान्‍त  झा, श्री जगदीश प्रसाद मण्‍डल, डॉ. जनककि‍शोर लालदास, श्री. शि‍वकुमार मि‍श्र, श्री रामसेवक ठाकुर अपन-अपन काव्‍यपाठसँ श्रोताकेँ मुग्‍ध कलनि‍, ओहीठाम श्री शंभू कुमार दि‍न, श्री उमेश मण्‍डल, श्री नन्‍द वि‍लास राय, श्री लक्ष्‍मी  दास, श्री बेचन ठाकुर, श्री संजीव कुमार शमा, श्री उमेश पासवान, श्री रामवि‍लास साहु , श्री अकलेश कुमार मण्‍डल, श्री मनोज कुमार मण्‍डल, श्री कवि‍लेश्वर राउत आदि‍ कवि‍ अपन काव्‍यपाठसँ वंचि‍त भेलाह। कवि‍ संगोष्‍ठीक अध्‍यक्ष ऐ वास्‍ते  कोनो खेद नै व्‍यक्‍त कऽ सकलाह आयोजन समि‍ति खड़ौआ’क तरफसँ ओइ सभ कवि‍केँ जि‍नकर-जि‍नकर कवि‍ताक पाठ भऽ सकल, शालसँ सम्‍मानि‍त कएल गेल‍।

महाकवि‍क ‘व्‍यक्‍ति‍त्‍व आ कृति‍त्‍व‘ वि‍षयपर परि‍चर्चामे मैथि‍लीक समालोचक डॉ. फूलचंद्र मि‍श्र ‘रमण’ महाकवि‍क रचना ‘रमेश्वर रचि‍त मि‍थि‍ला रामायण’क पुष्‍कर काण्‍डपर गंभीरतापूर्वक प्रकाश दैत कहलनि‍ जे महाकवि‍केँ दर्शनक साक्षात्‍कार छल। मि‍थि‍लामे चंदा झाक रामायण पूर्वहि‍ प्रकाशि‍त भेल छल तँए ई पूर्वहि‍सँ लोकप्रि‍य भेल। डॉ. रमानंद झा ‘रमण’, डी... नि‍देशक श्री रंगनाथ चौधरी दि‍वाकर, श्री कमलेश झा, श्री कुमार रामेश्वर, श्री भरत नारायण कर्ण आ मैथि‍ला अकादमीक पूर्व नि‍देशक डॉ. रघुवीर मोची सन मैथि‍लीक उदभट वि‍द्वान लोकनि‍ अपन शोधपूर्ण सारगर्भित व्‍याख्‍यान देलनि‍।

साझ परक कार्यक्रममे कस्‍तूरबा गांधी बालि‍का वि‍द्यालय सकरीक छात्रा लोकनि‍ द्वारा जट जटीन, झि‍झि‍या आ डोमकच नृत्‍यक भावपूर्ण प्रस्‍तुति भेल। संदीप कुमार पंकज, चंदन, श्‍याम सुन्‍दर, प्रीति‍, अंशु अपन गायनसँ श्रोतावर्गकेँ झूमएपर मजबूर कऽ देलनि‍। ओतहि‍ हास्‍य सम्राट श्री रामसेवक ठाकुर अपन गप-सप्‍पसँ श्रोतावृंदकेँ लोट-पोट केलनि‍। संपूर्ण कार्यक्रममे बैंजोपर राजकुमार महथा, नालपर महेन्‍द्र ठाकुर मन्‍नू, पैडपर चीकू, तबलापर शीतल अपन कुशल संगति‍ प्रदान केलनि‍।।
जयंती समारोहक उद्घोषक एस.के.कर्ण शमा कार्यक्रमक सफल संचालन साहि‍त्‍यि‍क अंदाजमे कऽ श्रोतावर्गपर अपन खास प्रभाव छोड़लनि‍। आयोजन समारोहकेँ सफल बनेबामे सुनील कुमार दास, डाॅ. अरवि‍न्‍द लाल, श्री योगानंद लाल दास, श्री अजय कुमार दास, श्री राजेन्‍द्र कुमार दासक संग संपूर्ण ग्रामवसीक भूमि‍का सराहणीय छल। सचि‍व भागि‍रथ लालदासक धन्‍यवाद ज्ञापनक संग समारोह शेष भेल।

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