मिथिलांचल के सभ दिन खतरा मिथिला पुत्र सॅ रहल अछि। स्वातंत्राक 64 वर्ष मे आधा समय बिहारक नेतृत्व मिथिला पुत्रक हाथ मे रहल मुदा मिथिलांचलक दुर्गति आ विकास सभक सोझा अछि। मिथिलांचल मे राजनीति रोटी सेकबाला मैथिलांचलक राजनीतिज्ञ मिथिला हितक रक्षाक समय स्वयं मुद्रा मे आबि जाति छथि। उŸार प्रदेशक मुख्यमंत्री मायावतीक छोट प्रदेशक घोषणाक बाद बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छोट प्रदेशक समर्थनक बाद ई आशा जागल छल जे मिथिला पुत्र सभ एहि दिशा मे डेंग बढ़ौताह मुदा मिथिला आ मैथिलीक झण्डा उठैबाक ढाबा करएबाला नेता सभ राजनीतिक चुसनीक मजबूरी मे जाहित रहे अलग मिथिल राज्यक विरोध मे ठाढ़ भेला एहि सॅ हुनक राजनीतिक चरित्र सोझा आबि गेल अछि।
मिथिलाक सभ सॅ पैघ हितैषी कहए बाला बिहारक पूर्व मुख्यमंत्री डा॰ जगन्नाथ मिश्र अपन मुख्य मंत्रित्वकाल मे मैथिलीक उपेक्षाक उर्दू के प्रदेशक द्वितीय भाषाक दर्जा देलनि। विकासक नाम पर मिथिलाक कोना ठगलनि से तऽ हुनक प्रतिनिधित्व बाला झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र के देखि कऽ सहजहि पता चलैत अछि। आ आब जिनगीक तेसर चरण मे बादो मिथिलाक विकासक परोक्ष एजेन्डा सॅ पाछा नहि हटि रहल छथि। एक दिस देश भरि मे छोट प्रदेशक लेल संघर्ष चलि रहल अछि आ मिथिला प्रदेशक लेल अनुकूल वातावरण बनैबाक समय आएल अछि तऽ डाक्टर मिश्र अलग मिथिला राज्यक विरोधक झण्डा उठा सŸााक आगा अपन माथ झुका लेलनि अछि। दरअसल हुनक नजरि राज्य सभाक चुनाव पर अछि। अगिला वर्ष्ज्ञ राज्य सभाक कतेको सीट बिहार सॅ खाली भऽ रहल अछि आ डा॰ मिश्र एहि उम्मीद मे नीतीश कुमार के खुश करबाक लेल अलग मिथिला राज्यक विरोध मे उतरि गेलाह अछि। डा॰ मिश्र भने कतबो नाक रगरथि जदयू आ भाजपाक गठबंधन मे हुनका राज्य सभा देखबाक अक्सर भेटत एकर आशा कम अछि। डॉ॰ मिश्र राजनीतिक शक्तिक केन्द्र बनलाक दरमियान तऽ मिथिलाक उद्वारक लेल कोनो प्रयास तऽ नहिए कएलनि आ आब जखन उचित अवसर बुझि पड़ैत अछि तऽ मिथिलाक जन आंकाक्षा के गला दबऽ मे लागि गेलाह अछि।
दरअसल मिथिलाक ई दुर्भाग्य अछि जे प्रदेशक सŸाा के सब सॅ बैसी दिन नेतृत्व करबा अवसर मिथिला पुत्र सभके भेटल मुदा विकास नहि होएबाक सौभाग्य मिथिलांचल के भेटला मिथिला राज्य आन्दोलन मिथ्लिांचलक नेताक लेल ‘‘राजनीतिक पर्यटन’’ बनि गेल अछि। एहि सॅ पहिने भाजपा सॅ निष्काषित भेलाक बाद पण्डित ताराकांत झा सेहो मिथिला राज्य अभियान चलौने छलाह। एकर राजनीतिक लाभ सेहो हुनका भेटल। पंडित झाक भाजपा मे आपसी बाद हुनका उच्च सदनक सदस्य बनाओल गेल आ संवैधानिक पद सेहो देल गेल अछि। लगैत अछि जे पंडित झा एहि मात्र एहि मादे मिथिला राज्य अभियान चलौने छलाह। पद भेटैत मिथिला राज्य अभ्यिानक हवा निकलि गेल आ एक बेर फेर मिथ्लिावासी आ मिथिलांचल ठगल गेल। केन्द्र मे राजग सरकारक मंत्री पद सॅ हटैलाक बाद भाजपाक प्रदेश अध्यक्ष डॉ॰ सी.पी. ठाकुर सेहो मैथिलीक संविधानक अष्टम् अनुसूची मे देबाक लेल दरभंगा, पटना आ दिल्ली धरि फोटो खिलौलनि। मैथिलीक मांग पूरा भेल। डॉ॰ ठाकुरक चापलूस मंडली एकर खूब प्रचार मिथिलांचल मे कएलक जेना मात्र किछुए मासक हुनक प्रयास सॅ ई सफल भेला एकर लाभ चापलूस मंडली वाम विचारक मिथिला राज्यक मठाधीश के भेल आ ओ वामपंथी सॅ दक्षिणपंथी भऽ गेलाह। भाजपाक वर्तमान कार्यकारिणी मे ओ विराजमान छथि। खैर, एहि बेर सभ सॅ मुखर विरोध डॉ॰ सी.पी. ठाकुर दिस सॅ भेल अछि तऽ पंडित ताराकांत झा मौन छथि। आब सभ राजनीति नेताक मिथिला प्रति हुनक सोच सोझा आबि गेल अछि तऽ जनताक सेहो अपन संकल्प एहि मिथिला विरोधी नेता सभक सोझा आनए पड़त। नहि तऽ जगत जननी मां सीता, लोरिक सलहेस, दीना भद्री, मंडन आ विद्यापतिक धरती एहिन कुहरेत रहत।
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