देश मे हीराक तराशीक पैघ उद्योग अछि जे एखन धरि महाराष्ट्र आ गुजरात मे केन्द्रित अछि। एहि उद्योग मे पैघ संख्या मे बिहारी मजदूर कार्य रतहऽथि। बिहार सरकार आब राजधानी पटना के सेहो हीरा तराशबाक केन्द्रक रूप मे विकसित करबाक तैयारी मे लागि गेल अछि। सरकार एहि प्रयासक सकारात्मक परिणाम सेहो सोझा आबि रहल अछि आ निवेशक सेहो सरकारक एहि प्रयास केऽ मूर्त रूप देबाक लेल सोझा अपलनि अछि। जनवरी मास मे सम्पन्न प्रवासी भारतीय सम्मेलनक दरमियान किछु निवेशक निवेश करबाक इच्छा व्यक्त कयने छलाह। सरकार लगातार हुनक सम्पर्क मे अछि। एहि क्रम मे मुम्बईक श्रीनुज प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के पाटलिपुत्रा औद्योगिक क्षेत्र मे जमीन उपलब्ध कराओल गेल अछि। ई कम्पनी नवम्बर मास सॅ कारखाना बनायब प्रारंभ करत। कम्पनी सूत्रक अनुसार ई कारखाना गोटेक दू वर्ष मेब नि कऽ तैयार भऽ जायत। सरकारक पटनाक लग-पासक क्षेत्र मे डायमंड कटिंग सेंटर स्थापित करबाक योजना सेहो बनौलक अछि। सरकारी सूत्र जनतब देलक अछि जे ज्यों एहि क्षेत्र मे बेसी निवेशक रूचि देखौलनि तऽ सरकार डायमंड कटिंग सेंटर स्थापित कऽ सकैत अछि। पटनाक लग-पास मे जमीनक कोनो दिक्कत नहि होयत आ सभ आवश्यक बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराओल जायत।
प्रदेश मे हीरा तराशीक कारखाना खोलबाक लेल आगा आयल श्रीनुज प्राइवेट लिमिटेडक प्रवक्ता जनौलनि जे ई निर्णय सोच-विचारि कऽ लेल गेल अछि। एहि कारोबारक पारम्परिक केन्द्र गुजरात आ महाराष्ट्र अछि। एहि ठाम बेसी कारीगर आ श्रमिक बिहारक छथि। हीराक लेल प्रसिद्ध सूरत मे एहि क्षेत्र मे कार्यरत गोटेक तीस प्रतिशत श्रमिक बिहार छथि। पटना मे केन्द्र स्थापित भेलाक बाद एहि क्षेत्र मे कार्यरत प्रवासी बिहारी अपन घर आपस आबि एकताह आ हुनका रोजगारक नीक अवसर भेटि सकत। कम्पनीक प्रवक्ता जनौलनि जे एहि विषय मे पछिला दू वर्ष सॅ विशेषज्ञ सभ सॅ रायक बाद कम्पनी एहि योजना के अंतिम रूप देलक अछि। बिहार गहनाक पैघ बजारक रूपम े विकसित भऽ रहल अछि आ एहि ठाम कुशल श्रमिक सेहो छथि। गहनाक मांग बढ़त तें एहि ठाम कारखाना लगायब लाभदायक होयत।
No comments:
Post a Comment