Wednesday, September 26, 2012

मिथिला विकास परिषद् द्वारा आयोजित ९ दिवसीय मिथिला महोत्सव २०१२ क तेसर दिनक कार्यक्रम २३ सितम्बर, २०१२ (रविदिन) उल्लासपूर्ण वातावरणमे भारतीय भाषा परिषदक प्रेक्षागृहमे सम्पन्न (रिपोर्ट अखिलेश कुमार झा)


मिथिला विकास परिषद् द्वारा आयोजित ९ दिवसीय मिथिला महोत्सव २०१२ क तेसर दिनक कार्यक्रम २३ सितम्बर, २०१२ (रविदिन) उल्लासपूर्ण वातावरणमे भारतीय भाषा परिषदक प्रेक्षागृहमे सम्पन्न भेल।
कार्यक्रम के शुभारम्भ सुश्री आरती एवं सुश्री प्रियंका द्वारा भगवती वंदना सs भेल। कार्यक्रम के उद्धघाटन डॉ. बुचरू पासवान द्वारा दीप प्रज्वलित कs कैल गेल। श्री पासवान अपन उदगार व्यक्त करैत कहलैन जे मैथिली एकटा एहन भाषा अछि जाही में समाज के सब वर्ग के जीवंत एवं मौलिक मुद्दा पर रचना भेल अछि। एहि अवसर पर हिन्दी एवं मैथिली के प्रख्यात साहित्यानुरागी श्री निर्भय मल्लिक के पाग पहिरा कs एवं मिथिला पेंटिग्स के दोपटा दs सम्मान कैल गेल। परिषद् के कोषाध्यक्ष श्री पवन ठाकुर परिषद् द्वारा प्रकाशित पुस्तक भेंट केलखिन।
चैर चरण में बटल कार्यक्रम के प्रथम चरणक अध्यक्षता परिषद् अध्यक्ष श्री अशोक झा केलैन। उक्त अवसर पर सुप्रसिद्ध समाज सेवी श्री कामदेव झा, श्री रामकुमार मुखोपाध्याय, श्री उमेदलाल कामत, छपत-छपते के श्री विश्वम्भर नेवर, प्रभात खबर के सम्पादक श्री तारकेश्वर मिश्रा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित छेलाह। श्री रामकुमार मुखोपाध्याय मैथिली भाषा के भारत के प्राचीनतम एवं मधुर भाषा कहलैन। हुनकर कहब छेलैन जे मैथिली गद्य-पद्य रचना में प्रकृति सौन्दर्य के परिलक्षित होयत अछि। श्री तारकेश्वर मिश्रा परिषद् के कोलकाता सनके शहर में जीवंत संस्था कहलैन। पत्रकार श्री गीतेश शर्मा परिषद् द्वारा आयोजित साहित्यिक संगोष्ठी के साहित्यिक इतिहास में मील के पत्थर बतोलैथ। हुनकर कहब छेलैन जे सहित्य एहन विद्या अछि जे ककरो प्रति कुनु भेदभाव नैय करैत अछि। अपन अध्यक्षीय भाषण में श्री अशोक झा कहलैन जे मैथिली में रचित आधुनिक मैथिली कविता वर्तमान में कुनु भी भाषा में रचित साहित्य सs अधिक जीवंत बनाबs में एवं अपन पहचान के कायम राखs में सफल अछि।
कार्यक्रम के दोसर सत्र में साहित्यविद डॉ. वीरेन्द्र मल्लिक के अध्यक्षता में आधुनिक मैथिली कविता के दशा और दृष्टि विषयक संगोष्ठी भेल। संगोष्ठी में डॉ. मल्लिक के अलावा प्रो. शंकर झा, श्री अशोक झा, श्री प्रफुल्ल कोलख्यान, दरभंगा सs आयल कवि फूलचन्द्र झा प्रवीण, श्री अमोत झा एवं श्रीमती शैल झा द्वारा आधुनिक मैथिली कविता के विभिन्न शताब्दी के कवि सबहक उल्लेख करैत आलेख पाठ केलैन।
कार्यक्रम के तेसर चरण में इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्रो. विद्यानन्द झा के अध्यक्षता में कवि गोष्ठी सम्पन्न आयोजित भेल। कवि गोष्ठी में श्री झा के अतिरिक्त डॉ. वीरेन्द्र मल्लिक, श्री लक्ष्मण झा ‘सागर’, श्रीमती शैल झा, श्री विनयभूषण, श्री अमोद झा, श्री अशोक झा, श्री कामेश्वर झा ‘कमल’, श्री रूपेश कुमार ‘त्योथ’, श्री अमर नाथ झा ‘भारती’, श्री भाष्कर आनन्द झा, श्री चन्दन कुमार झा, श्री राजीव रंजन मिश्र, श्री विजय इस्सर ‘बत्स’, श्री अजय कुमार झा ‘तिरहुतिया’ एवं इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के छात्र श्री विवेक झा द्वारा सुन्दर कविताक प्रस्तुति भेल। कार्यक्रम के सफल संचालन परिषद् सचिव श्री अंजय चौधरी केलैन।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में मिथिला महिला मंच के कलाकार द्वारा सुश्री भावना प्रतिहस्त के दिशा निर्देशन में सुश्री अपराजिता झा, सुश्री अदिति झा, सुश्री शिक्षा झा, सुश्री सुमन साव, सुश्री अलका झा एवं सुश्री पूजा झा के द्वारा भाव-नृत्य के प्रस्तुति भेल। कार्यक्रम में अतिथिगण एवं दर्शक लेल अल्पाहार के व्यवस्था छल।
एहि अवसर पर मिथिला विकास परिषद् के श्री विनय प्रतिहस्त, श्री गोपी कान्त झा मुन्ना, श्री अरूण कुमार झा, श्री दीपक झा, श्री अशोक झा भोली एवं श्री अखिलेश कुमार झा आदि उपस्थित छेलाह

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