किशन बाबूराव हजारे (अन्ना हजारे) पहिनहियो 16 बेर एहेन उपास केने छथि। सभसँ बेसी दिन चलैबला उपास 12 दिन चलल (9 अगस्त 2003 सँ) जकर 12म दिन महाराष्ट्र सूचनाक अधिकार 2002 राष्ट्रपतिसँ अनुमोदित भ’ कानून बनि गेल छल।
उपासक चिकित्सा विज्ञान-
एक दिनक उपासमे की होइए- लीवरक ग्लाइकोजेन सामान्य शर्करामे बदलि जाइए आ ओइसँ ऊर्जा भेटैत अछि। ई शर्करा मस्तिषक धरि निरंतर जाइए आ ओकरा सक्रिय रखैत अछि।
मुदा दू सँ दस दिन धरि लीवर मांसपेशीक प्रोटीन आ अमीनो एसिडसँ ग्लूकोज बनबैत अछि।
दस दिनसँ पन्द्रह दिनक भीतर शरीरक चर्बीसँ ऊर्जा भेटैत अछि।
सोलहमसँ बीस दिन धरि शरीरक उपापचय गति घटि जाइत अछि।
एक्केसम दिन मस्तिष्कक तीन चौथाइ शक्ति खतम भ’ जाइत अछि, सभ क्षेत्रमे शक्ति घटैत अछि, हीमोग्लोबिन सेहो भयंकर रूपसँ घटि जाइए।
आइरोम शर्मिला2000 मे अपन उपास शुरु केने रहथि, मणिपुरमे, जखन ओ इम्फालक बगलमे मालोम गाममे सुरक्षा बल द्वारा 11 गोटेकेँ मारल जाएब देखने रहथि। हुनकर माँग छन्हि जे ओतए आर्म्ड फोर्सेस (स्पेशल पावर एक्ट) खतम कएल जाए, जे सुरक्षा एजेँसीकेँ “देखिते गोली मारबाक” आ बिना वारंट गिरफ्तारीक शक्ति दैत अछि। टीम अन्ना “जस्ट पीस फाउंडेशन”- जे शर्मिलाक सँघर्षकेँ समर्थन दैत अछि- केँ चिट्ठी लिख हुनका एतए अएबाक आग्रह केने अछि। मुदा शर्मिला लिखै छथि जे ओ हॉस्पीटलमे गिरफ्तार छथि, आ हुनका जबरदस्ती डॉक्टर ग्लूकोज चढा रहल छन्हि।
thakur sahab aapki bhasha kabhi kabhi samajh me nahin aati...lekin jab padte hai..to dil ko bahut achha lagta hai.. lagta hai..jaise hum kisi rural jagah se belong karte hai..
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