नवेन्दु कुमार झा, समाचारवाचक सह अनुवादक (मैथिली), प्रादेशिक समाचार एकांश, आकाशवाणी, पटना
पन्द्रहम लोक सभा – छोट आ क्षेत्रीय दल पर रहत नजरि- फेर गठबंधनक सरकार बनबाक अछि सम्भावना
- नवेन्दु कुमार झा
पन्द्रहम लोकसभा गठनक लेल होमएबाला आम-चुनावमे स्पष्ट मुद्दा गायब होयब आ कोनो तरहक लहरिक अभावक कारण चुनावक बाद त्रिशंकु स्थितिक हालति बढ़ि गेल अछि। आ एहन परिस्थितिमे क्षेत्रीय आ छोट दलक भूमिका बढ़बाक प्रबल सम्भावना अछि।
पछिला दू दशकसँ देशक सत्तामे कोनो एक दलक प्रभुत्व समाप्त भेलाक बादसँ चुनावमे क्षेत्रीय दलक ताकत आ भूमिका बढ़ि रहल अछि आ पछिला किछु चुनाव जकाँ अहू बेर सरकार गठनमे हुनक निर्णायक भूमिका होयबाक उम्मीद अछि। कांग्रेस भने ई दावा करैत हो कि हुनका लग मजगूत संगठन आ चाक-चौबंद रणनीति अछि मुदा ओकरा चुनावमे अपनहि सहयोगी दलसँ जूझऽ पड़ि सकैत अछि। जाहिमे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी सम्मिलित अछि। एहनमे ई कहब जे राजनीतिक हवा कांग्रेसक प़अमे होयत जल्दीबाजी होएत।
वर्तमानमे केन्द्रमे सत्ताक प्रमुख दावेदार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रग) आ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दुनूक स्थिति नीक नहि बुझि पड़ैत अछि। सप्रगक घटक दलक मध्य वर्चस्वक कारण ई गठबंधन अनौपचारिक रूपसँ छिड़िया गेल अछि तऽ राजगक किछु सहयोगी सेहो कात भऽ गेल छथि। एहि दुनू गठबंधनक अस्थिरतासँ उत्साहित भऽ एम्हर वाम मोर्चाक नेतृत्वमे तेसर मोर्चा गठित करबाक प्रयास तेजीसँ चलि रहल अछि तऽ दोसर दिस लालू प्रसाद, राम विलास पासवान आ मुलायम सिह यादव एक ठाम जुटि अपन ताकत बढ़बऽमे लागल छथि। ओना चुनाव परिणाम अयलाक बाद आर किछु दल तेसर मोर्चामे सम्मिलित भऽ सकैत अछि आ ज्यो कांग्रेस अथवा भाजपाक नेतृत्व बाला गठबंधन सरकार बनबऽके स्थितिमे आयल तऽ संभव अछि जे तेसर मोर्चा सेहो छिड़िया सकैत अछि।
पछिला लोक सभा चुनावक बाद कांग्रेस अपन एक सए पचपन सांसदक संग कतेको विचारधाराक संग जे गठबंधन बनौलक ओहिमे सँ वामपंथी विचारधाराक दल अलग भऽ गेल छथि आ कांग्रेसक नेतृत्व बाला सप्रग एखनो अस्तित्वमे अछि। कांग्रेस एक सय एकावन सीटमे सँ तीस टा सीट आन्ध्र प्रदेशमे भेटल छल जतय लोक सभाक बयालीस टा सीट अछि। कांग्रेस संसदीय दलमे एखन आन्ध्रप्रदेशक पैघ हिस्सेदारी अछि आ फेरसँ शासनमे अयबाक लेल ई प्रदर्शन दोहराबऽ पड़त। सप्रगक दोसर पैघ सहयोगी अछि द्रविड़ मुनेत्र कषगमक अगुआई बाला डेमोक्रेटिक फ्रंट जे तमिलनाडुक सभ उनचालीस सीटपर कब्जा कएने अछि मुदा एहि गठबंधनक सहयोगी पी.एम.के.क अलग भेलासँ ई प्रदर्शन प्रभावित भऽ सकैत अछि। ज्यों ई प्रदर्शन फेर नहि भेल तऽ सप्रग लेल दिल्लीक रस्ता बन्द भऽ सकैत अछि। एहि गठबंधनक दोसर घटक राष्ट्रीय जनता दल अछि जे बिहारमे पछिला बेर लोजपा आ कांग्रेसक संग मिलिकऽ लड़ल छल ओ ओहिमे राजदक चालीस टा सीटमे सँ तेइस सीटपर सफलता भेटल छल। एहि बेर लोजपा-राजद गठबंधन द्वारा कांग्रेसकेँ कात लगा देबाक कांग्रेस सभ चालीस सीटपर चुनाव लड़बाक जे साहस देखौलक अछि ओहिसँ कांग्रेसी उत्साहित छथि मुदा एहिसँ एहि गठबंधनक प्रदेशमे पछिला प्रदर्शन दोहरेबापर संशय लागि रहल अछि। कुल मिलाकऽ पछिला लोकसभा चुनावमे गोटेक एक सय सीट सप्रगकेँ बिहार, आन्ध्र प्रदेश आ तमिलनाडुसँ भेटल छल जकर पुनरावृत्ति आवश्यक अछि। पन्द्रहम लोकसभाक चुनावक बाद सरकार गठनक चाभी एहि तीनू प्रदेशक हाथमे अछि। चाहे राजग हो कि सप्रग एहि तीनू प्रदेशमे अपन प्रदर्शनक बादे सत्ता धरि पहुँचि सकैत अछि। आन्ध्र प्रदेशमे दू टा नव राजनीतिक शक्ति तेलंगाना राष्ट्रीय समिति आ अभिनेता चिरंजीवीक प्रजा राज्यम् पार्टी सप्रगक लेल रोड़ा अटका सकैत छथि।
तमिलनाडुमे चुनावमे थोकमे वोट देबाक परम्परा अछि। चाहे लोक सभाक चुनाव हो कि विधान सभाक एहि ठाम सत्तारूढ़ दल आ गठबंधनक विरुद्ध एक तरफा मतदान होइत अछि। कांग्रेसक समस्या अहू ठाम अछि। एक तऽ पहिनहिसँ ओकर गठबंधनसँ पी.एम.के.अलग भऽ गेल अछि आ दोसर वामपंथी दल आ अन्नाद्रुमुकक गठबंधनमे सम्मिलित भऽ गेल अछि। वर्ष २००४क लोकसभा चुनावमे दक्षिणी क्षेत्रमे कांग्रेसक नीक सफलता आ एहि क्षेत्रसँ भेटत मजगूत सहयोगीक सहारे सप्रग केन्द्रमे सत्तारूढ़ भऽ सफल छल। एहि बेर दक्षिण क्षेत्रमे स्थिति किछु कमजोर बुझि पड़ैत अछि मुदा चुनावक बाद ओकर नव सहयोगीक संभावनाक द्वार खुजल अछि।
पन्द्रहम लोकसभाक लेल होमए बाला चुनावमे मुख्य रूपसँ दू टा गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन आ कांग्रेसक नेतृत्व बाला छिड़ियायल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सत्ताक दावेदारक रूपमे अछि। एहि दुनूक चाभी अपन हाथमे रखबाक लेल वाम मोर्चाक नेतृत्व बाला तेसर फ्रंट आ लालू-रामविलास-मुलायमक गठजोड़ कसरत कऽ रहल अछि। ओना तेसर फ्रंटक अभाव दक्षिणी राज्यमे बुझि पड़ैत अछि मुदा राजगक घटक बीजू जनता दलक एहिमे सम्मिलित भेलासँ ओकर असरि उत्तर क्षेत्रमे पड़ि सकैत अछि। कांग्रेसक नजरि सेहो एहि बेर उत्तर भारतपर अछि। पार्टीक हिन्दी भाषी क्षेत्रमे एहि बेर नीक सफलता भेटबाक उम्मीद अछि। लालू आ मुलायमसँ अलग भऽ चुनाव लड़बाक कांग्रेसक निर्णयसँ पार्टीमे नव उत्साह तऽ आयल अछि संगहि जनताक नजरि सेहो पार्टी दिस जा रहल अछि। विशेष रूपसँ पार्टी महासचिव राहुल गाँधीक ध्यान बिहार आ उत्तर प्रदेशमे अछि। राजग द्वारा टिकट वितरणमे किछु जाति विशेषक कयल गेल उपेक्षाक कोप भाजन भाजपा आ जद (यू) केँ भऽ सकैत अछि आ सभ चालीस सीटपर चुनाव लड़ि रहल कांग्रेसकेँ एकर लाभ भेटि सकैत अछि। वर्तमान स्थितिमे कांग्रेस राजग आ लालू-रामविलास गठबंधनक नोकसान पहुँचेबाक स्थितिमे अछि आ ज्यो पार्टी एकटा व्यापक रणनीतिक तहत चुनाव अभियान चलओलक तऽ भऽ सकैत अछि जे ओकरा पछिला बेरसँ बेसी सीट भेटि सकैत अछि।
राष्ट्रीय जनतांत्रिकिअ गठबंधन जतए बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर-प्रदेश, राजस्थानमे नीक प्रदर्शनक आशमे अछि तऽ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन बिहार, आन्ध्र्प्रदेश आ तमिलनाडुमे सैंधमारी भेलापर कर्णाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र आ उड़ीसासँ उम्मीद लगौने अछि। एम्हर तेसर मोर्चा पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश आ उड़ीसापर अपन ध्यान केन्द्रित कऽ दिल्लीक चाभी अपना हाथमे रखबाक प्रयास कऽ रहल अछि तऽ दोसर दिस लालू-रामविलास-मुलायमक गठजोड़ बिहार आ उत्तर प्रदेशमे बेसीसँ बेसी सीट जीति सत्ताक केन्द्र बनबाक लेल ऐड़ी चोटी लगा रहल छथि। एहि सभक मध्य सोशल इन्जीनियरिंगक करिश्मा देखबऽ लेल मायावतीक नेतृत्व बाला बसपाक पूरा तैयारी अछि आ उत्तर प्रदेश सहित बिहार आ महाराष्ट्रपर ध्यान लगौने अछि जाहिसँ मायावतीक दिल्लीक कुर्सीक सपना साकार भऽ सकय।
मुद्दाविहीन एहि बेरक चुनावमे कोनो दल अथवा गठबंधन आश्वस्त नहि अछि। ओना ’वरुणास्त्र’क सहारा लऽ भाजपा अपन ताकत देखेबाक तैयारी कऽ रहल अछि मुदा ओकर सहयोगी दलक एहि मामिलामे कड़गर रुखसँ ओ दू डेग चलि तीन डेग पाछाँ भऽ जा रहल अछि। तऽ कांग्रेस अपन पाँच बरखक शासनकाल आ राहुल गाँधीक करिश्माक भरोसे मैदानमे अछि। वर्तमान परिदृश्यमे त्रिशंकु लोकसभाक होयब निश्चित अछि आ एहन परिस्थितिमे छोट आ क्षेत्रीय दल दिल्लीक सत्ताक चाभी अपना हाथमे राखि सकैत छथि।(साभार विदेह www.videha.co.in)
No comments:
Post a Comment