विदेह ई-पत्रिकाक ७७म अंक जे नारी विशेषांक छल, अपनामे एकटा अध्याय छल, ओइ अंकसँ किछु रचना आ चर्चा साभार दऽ रहल छी: ......
संस्कृति वर्मा
हमर देश
हम सब भारत केर संतान छी
जगमग धरतीक ख़ुशी महान छी
हिमालय पर्वत स निकलैत
गंगाक पावन धार छी
हमर भारत देश महान
सब से सुन्दर ,सब से प्यारा
हमर देश सब ठाम से न्यारा..
रंग रंग के फूल खिलल अछि
चलि रहल सुंदर सुखद समीर
जन जन के मोन में सत्य , शिव आ
सुन्दर क भाव भरल अछि ...
उत्तर में कश्मीर - फूल क घाटी
दक्षिण में कन्या कुमारी क
पैर छुवैत सागर अछि
रंग रंग क वेश भूषा में
एकताक सूत्र में बान्हल
ई हमर देश भारत अछि ........
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